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यूपी में बीते दिनों अपराध के कई मामले सामने आए हैं. इसे लेकर विपक्ष योगी सरकार (Yogi Government) पर हमलावर रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार ने 9 अगस्त को 111 DSP का एक साथ तबादला कर दिया.
- Information18Hindi
- Last Updated:
August 10, 2020, 12:05 PM IST
दरअसल, यूपी में बीते दिनों अपराध के कई मामले सामने आए हैं. इसे लेकर विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर रहा है. अखिलेश खासतौर से सरकार पर निशाना साधते रहते हैं. इससे पहले उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि अगर मानवता को पूंजी और सत्ता की हिंसा से मुक्ति दिलानी है, तो समाजवाद का सपना देखना होगा. वर्ष 2022 में हमें अपनी तैयारियों को लेकर कोई कसर बाकी नहीं रखनी है. 2022 में ‘समाजवादी सरकार का काम जनता के नाम’ का उद्घोष रहेगा.
कोरोना में उप्र में 100 से अधिक डिप्टी एसपी के दूर-दूर तबादले करना शासन की अपरिपक्वता व असंवेदनशीलता को दर्शाता है. नये शहर को समझने में समय लगता है साथ ही शिक्षा-सत्र के मध्य में ट्रांसफ़र की समस्या परिवारवाले जानते हैं.
क़ानून-व्यवस्था एन्काउंटर व तबादले की नीति से नहीं बनती.— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 9, 2020
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ने केंद्र और राज्यों में सरकारें चलाई हैं और दोनों ने ही संविधान की मूल भावना को ठेस पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इनके कारण संवैधानिक संस्थाओं में जन विश्वास को खतरा पैदा हुआ है. अखिलेश ने सपा के वरिष्ठ नेता और सांसद आजम खां का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा सरकार सपा नेताओं को अपमानित करने और झूठे मुकदमों में फंसा कर समझती है कि इससे सपा का मनोबल तोड़ा जा सकता है, लेकिन यह उसकी खाम-ख्याली है. ये भी पढ़ें- 15 साल पुराने कृष्णानंद राय हत्याकांड के वायरल ऑडियो में मुख्तार अंसारी ने कहा था- चोटी काट ली, जय श्रीराम
अखिलेश ने बताया कि कोरोना वायरस की महामारी के मद्देनजर उन्होंने यह संदेश पार्टी राज्यसभा सदस्य जया बच्चन और रामगोपाल यादव को डिजिटल माध्यम से भेजा है. इसे प्रदेश में सपा के सभी विधायकों, सांसदों, जिला इकाइयों और जमीनी स्तर पर बूथ इकाइयों तक के नेताओं तथा कार्यकर्ताओं तक डिजिटल माध्यम से यह संदेश पहुंचाया जाएगा.
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