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सरेंडर करने पहुंचे उमाकांत शुक्ला ने पूछताछ में बताया कि कैसे उस रात पांच सिपाहियों के शव शौचालय में पहुंचाए गए थे और विकास दुबे ने उन्हें जलाने की पूरी तैयारी कर ली थी.
जिसके बाद उसे पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूछताछ में उमाकांत ने बताया कि कैसे उस रात पांच सिपाहियों के शव शौचालय में पहुंचाए गए थे और विकास दुबे ने उन्हें जलाने की पूरी तैयारी कर ली थी. वहीं उमाकांत ने पुलिस को कुछ असलहों के बारे में भी जानकारी दी जिसकी बरामदगी के लिए पुलिस ने जांच अभियान शुरू कर दिया है.
सिपाहियों को ढूंढ-ढूंढकर मारा गया
पूछताछ में उमाकांत ने बताया कि बिकरू गांव में उसका घर उस शौचालय के सामने है जहां पर पांच सिपाहियों के शव रखे गए थे. उमाकांत ने बताया कि वह प्रवीण नाम के युवक की छत पर बंदूक के तैनात था. उसने बाते कि उस रात सिपाहियों को ढूंढ-ढूंढकर मारा गया था. उसके बाद उनके शवों को ले जाकर शौचालय में एक के ऊपर एक रखा गया था. ताकि उन्हें जलाया जा सके. इसके लिए विकास दुबे ने मिट्टी के तेल का पीपा मंगा लिया था. वह सिपाहियों के शव को जला देना चाहता था. लेकिन वहां मौजूद कुछ साथियों ने उसे रोक लिया.हमें बहुत आत्मग्लानि है
बता दें कि पुलिस स्टेशन पहुंच कर उमाकांत शुक्ला ने पुलिस से कहा मेरा नाम उमाकांत शुक्ला उर्फ गुड्डन है. कानपुर कांड में मैं विकास दुबे के साथ शामिल था. मुझे पकड़ने के लिए रोज पुलिस छापेमारी कर रही है, जिससे मैं बहुत डरा हुआ हूं. हम लोगों द्वारा जो घटना की गई थी, उसकी हमें बहुत आत्मग्लानि है. मैं खुद पुलिस के सामने हाजिर हो रहा हूं. मेरी जान की रक्षा की जाए, मुझ पर रहम किया जाए.
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