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वाजपेयी के अनुसार वह बेकसूर है और पुलिस उसे जबरन फंसा रही है. जय वाजपेई की मानें तो इसके पीछे कई बड़ी राजनीतिक हस्तियां हैं, जो विकास दुबे को लंबे समय से संरक्षण दे रही थीं.
पुलिस ने दोबारा पकड़ा जय वाजपेयी को
कुख्यात अपराधी विकास दुबे के खात्मे के बाद अब उस की काली कमाई से ऐश करने वालों पर भी पुलिस का शिकंजा कस गया है. बृहस्पतिवार को क्लीन चिट देने के बाद पुलिस ने एक बार फिर विकास दुबे के खजांची जय वाजपेयी को उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया. इस बार पुलिस ने जय के साथ प्रशांत शुक्ला नाम के एक अन्य युवक को भी गिरफ्तार किया है. जय और प्रशांत विकास दुबे के काफी खास माने जाते हैं और कई तस्वीरों में ये सभी एक साथ नजर आ रहे हैं.
जय वाजपेयी ने नेताओं के नाम का खुलासा नहीं कियालेकिन इस मामले में न्यायालय में पेश होने आए जय ने एक नया खुलासा कर दिया है. वाजपेयी के अनुसार वह बेकसूर है और पुलिस उसे जबरन फंसा रही है. जय वाजपेई की मानें तो इसके पीछे कई बड़ी राजनीतिक हस्तियां हैं, जो विकास दुबे को लंबे समय से संरक्षण दे रही थीं. जिसके चलते विकास अपराध की दुनिया में लगातार विकास करता जा रहा था. जय वाजपेयी ने आरोप लगाते हुए बीएसपी और बीजेपी के कई कद्दावर नेताओं को विकास का मददगार बताया. जय ने कहा कि वह उनके नाम नहीं बताएगा, लेकिन ये ऐसे खादीवाले नेता हैं, जो बेगुनाह जय को जेल भिजवाने का काम कर रहे हैं.
विक्रम कांड में जय की भूमिका संदिग्ध
वहीं, विक्रम कांड की पुलिस जांच में जय की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी और अधिकारियों के अनुसार जय का विकास से पुराना नाता है और विकास के काले धन का जय ही उपयोग करता था.
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