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सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पर्यावरण प्रेमी गजेन्द्र यादव (Gajendra Yadav) ने ग्रामीणों के सहयोग से मगरमच्छ को सुरक्षित रेस्क्यू किया. मगरमच्छ को पकड़ने वाले पर्यावरण प्रेमी गजेन्द्र यादव ने बताया कि लगातार मछलियों के शिकार की शिकायत मिल रही थी.
सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पर्यावरण प्रेमी गजेन्द्र यादव (Environmental lover Gajendra Yadav) ने ग्रामीणों के सहयोग से मगरमच्छ को सुरक्षित रेस्क्यू किया. मगरमच्छ को पकड़ने वाले पर्यावरण प्रेमी गजेन्द्र यादव ने बताया कि लगातार मछलियों के शिकार की शिकायत मिल रही थी. इसके बाद ग्रामीणों के सहयोग से मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़ लिया गया. वन विभाग को सूचना दी गई है, ताकि फिर उसे सुरक्षित जलस्थल पर छोड़ने की कार्रवाई की जा सके. गजेन्द्र को पर्यावरण के क्षेत्र में प्रदेश ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर भी कई सम्मान मिल चुका है. बाढ़ के पानी में बहकर आए मगरमच्छों के रिहायशी क्षेत्रों में लगातार मिलने का सिलसिला जारी है. बाढ़ के पानी के साथ मगरमच्छ गांव तक पहुंच गए हैं, जिसके बाद अब ग्रामीणों के लिए मगरमच्छ मुसीबत बन गए हैं.
बगहा शहर के शास्त्रीनगर मुहल्ला में पहुंच गया था
बता दें कि बीते हफ्ते भी बगहा में एक मगरमच्छ ने कहर बरपाया था. गंडक नदी (Gandak River) से निकलकर ये मगरमच्छ भटकते हुए बगहा शहर के शास्त्रीनगर मुहल्ला में पहुंच गया और कहर बरपाने लगा. इस दौरान मगरमच्छ ने दो बकरियों का शिकार किया और एक घर के दरवाजे पर ही डेरा डाल दिया. जब मगरमच्छ को भगाने की कोशिश की गई तो उसने लोगों पर भी हमला बोल दिया. मगरमच्छ के इस हमले में दो लोग घायल हो गए थे. घायलों में वीरेंद्र यादव ने बताया कि जब सुबह वो लोग जगे तो उनकी दो बकरियों का शिकार कर मगरमच्छ घर के बाहर ही जमा था. फिर जब उसे भगाने की कोशिश हुई तो वो उग्र हो गया और उसने दो लोगों को घायल भी कर दिया. फिर ग्रामीणों ने मगरमच्छ को बांध दिया और वन विभाग को इसकी सूचना दी थी.
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