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Bihar NDA Meet: बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन एनडीए की रविवार को बैठक हुई. इसमें नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से एनडीए विधायक दल का नेता चुना गया. नीतीश कुमार बिहार के सातवीं बार मुख्यमंत्री बनेंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी एनडीए की इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हुए. पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar)) के आवास पर यह
बैठक हुई. BJP के पास एनडीए में सर्वाधिक 73 विधायक हैं. जबकि जदयू के 45 विधायक.
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नीतीश कुमार को निर्विरोध नेता चुनने के बाद एनडीए के नेता राजभवन की ओर रवाना हो गए. जहां वे नई सरकार के गठन के लिए दावा करेंगे. राज्यपाल फागू चौहान नीतीश को नई सरकार बनाने का न्योता दे सकते हैं. इसके बाद एक दो दिन में शपथग्रहण हो सकता है. हालांकि मंत्रिमंडल में भाजपा या जदयू के किसके ज्यादा मंत्री होंगे, इस पर स्पष्टता नहीं है. जल्द ही मंत्रिमंडल को लेकर स्थिति साफ हो सकती है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जब बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे तो नीतीश कुमार खुद आवास के बाहर उनकी अगवानी करने पहुंचे. बैठक में उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल जैसे वरिष्ठ नेता सामने वाली कुर्सियों पर बैठे थे. जबकि विधायकों के लिए सामने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अलग कुर्सियों का इंतजाम किया गया था.
इससे पहले पटना में भाजपा और जदयू विधायक दलों की भी अलग-अलग बैठक हुई. एनडीए बैठक में भाजपा, जदयू, सहयोगी दल हम और वीआईपी (VIP) के विधायक भी शामिल हुए. कुछ निर्दलीय विधायकों ने भी NDA को समर्थन दिया. एनडीए चुनाव के पहले ही नीतीश कुमार को अपना मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित कर चुका था. भाजपा (BJP) ने भी स्पष्ट तौर पर कहा था कि एनडीए में चाहे किसी भी पार्टी को ज्यादा सीटें मिलें, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ही होंगे.
नीतीश कुमार पिछली विधानसभा का कार्यकाल पूरा होता देख राज्यपाल फागू चौहान को पहले ही अपना इस्तीफा सौंप चुके थे. राज्यपाल ने नीतीश कुमार को नई सरकार का गठन होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है. जीत के बाद पहली प्रेस कान्फ्रेंस में मुख्यमंत्री के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा था कि एनडीए विधायक दल की बैठक में विस्तृत रूप से इस मुद्दे पर चर्चा होगी और तभी इस पर निर्णय लिया जाएगा. बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम 10 नवंबर को घोषित हुए थे.
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