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पटना एम्स की डॉक्टर माेनिका ने कहा कि काेराेना संक्रमित महिला की डिलिवरी कराना वो भी सुरक्षित तरीके से काफी चुनाैती भरा काम था पर सब कुछ ठीक से हाे गया.
दंपति की यह पहली औलाद है. जन्म हाेने के बाद डाॅक्टराें ने उसे मां से अलग दूसरे वार्ड में रख दिया गया है, जहां डाॅक्टर, मां और बच्ची की देखरेख करने में जुटे हुए हैं. डाॅक्टराें के मुताबिक दाेनाें ठीक हैं. बच्ची का सैंपल भी टेस्ट के लिए भेजा गया है. गायनी विभाग की डाॅक्टर माेनिका अनंत ने बताया कि महिला शनिवार की शाम काे एम्स में आई थी. उसकी पाेजिशिन क्रिटिकल थी. संडे की वजह से ओटी बंद था लेकिन ओटी काे खुलवाया गया और इसे सेनेटाइज किया गया.
फिर डाॅ. रीतू, डाॅ. शुभंकर, डाॅ. साेम प्रभा, एनेस्थिसिया के हेड उमेश कुमार भदानी और डाॅ. नीरज कुमार, शिशु राेग के डाॅ. सिंधु की टीम महिला के ऑपरेशन में लगी और ऑपरेशन कर बच्ची काे निकाला गया. डाॅ. माेनिका ने बताया कि बच्ची का सैंपल लिया गया है और सैंपल को जांच में भेजा गया है. बच्ची के पैदा हाेने की बाद इसकी सूचना उनके पिता काे दी गई. डॉक्टर माेनिका ने कहा कि काेराेना संक्रमित महिला की डिलिवरी कराना वो भी सुरक्षित तरीके से काफी चुनाैती भरा काम था पर सब कुछ ठीक से हाे गया.
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