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खास बातें
- मिसाइल का परीक्षण ओडिशा के बालासोर से किया गया
- मिसाइल ने इस दौरान टारगेट को सटीक तरीके से हिट किया
- सिंगल स्टेज सॉलिड प्रोपलेंट रॉकेट मोटर से संचालित है मिसाइल
बालासोर:
भारत ने क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल (QRSAM) सिस्टम का सफलतापूर्वक टेस्ट फायर किया है. यह परीक्षण ओडिशा के बालासोर से किया गया और मिसाइल ने टेस्ट के दौरान टारगेट को सटीक तरीके से हिट किया.मिसाइल लांच ओडिशा के ओडिशा के आईटीआर चांदीपुर से अपराह्न 3:50 बजे किया गया. यह मिसाइल सिंगल स्टेज सॉलिड प्रोपलेंट रॉकेट मोटर (single-stage solid-propellant rocket motor) से संचालित है. और इसकी सभी सबसिस्टम्स (उप प्रणालियां) स्वदेश में निर्मित हैं.
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सभी QRSAM वेपन सिस्टम जैसे बैटरी मल्टीफंक्शन रडार, बैटरी सर्विलासं रडार, बैटरी कमांड पोस्ट व्हीकल और मोबाइल लांचर को फ्लाइट टेस्ट में इस्तेमाल किया गया. यह सिस्टम इतना सक्षम है कि यह मूव करते हुए टारगेट को डिटेक्ट और ट्रैक कर सकता है.
India immediately efficiently test-fired the Quick Reaction Surface to Air Missile system off the coast of Balasore, Odisha. The missile hit its goal straight through the check. pic.twitter.com/kFZ4Lymu5w
— ANI (@ANI) November 13, 2020
एक बयान में बताया गया है कि प्रणाली लक्ष्य का पता लगने और उस पर नज़र रखने एवं ध्वस्त करने में सक्षम है. इस प्रणाली को भारतीय सेना की हमलावर टुकड़ी को हवाई रक्षा प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है. इसे एक स्तरीय ठोस प्रणोदक रॉकेट मोटर से दागा गया. उन्नत मिसाइल में सभी स्वदेशी उप प्रणालियों का इस्तेमाल किया गया है.
इस मिसाइल को मोबाइल प्रक्षेपण का इस्तेमाल करके दागा जा सकता है. बयान में कहा गया है कि परीक्षण के लिए क्यूआरएसएएम हथियार प्रणाली के सभी तत्वों जैसे बैटरी, बहु कार्य रडार, बैटरी निगरानी रडार, बैटरी कमान पोस्ट यान और मोबाइल प्रक्षेपक को तैनात किया गया था. बयान के मुताबिक, रडार ने दूर से ही ”” बंशी पीटीए ”” लक्ष्य का पता लगा लिया और लक्ष्य के मारक सीमा में आने पर मिसाइल को दागा गया और इसने सीधे लक्ष्य पर प्रहार किया और उसे ध्वस्त कर दिया.
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की अलग-अलग प्रयोगशालाओं जैसे डीआरडीएल, आरसीआई, एलआरडीई, आर एंड डी ई (ई), आईआरडीई और आईटीआर ने परीक्षण में भाग लिया. मिसाइल पूरी तरह से स्वदेशी है और इसमें सक्रिय आरएफ सीकर, ”” इलेक्ट्रो मैकेनिकल एक्चुएशन ”” (ईएमए) प्रणाली लगी है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, डीडी आर एंड डी के सचिव और डीआरडीओ के प्रमुख जी सतीश रेड्डी ने इस उपलब्धि के लिए डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को बधाई दी.
(इनपुट एजेंसी भाषा से भी)
सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज ऑफ टॉरपीडो का सफल परीक्षण
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