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1. लखीमपुर खीरी (16 अगस्त 2020) – थाना ईसानगर में 13 साल की लड़की से गैंगरेप किया गया. वारदात दबी रहे इसके लिए गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई. दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बुलंदशहर की सुदीक्षा की तरह ही सरकार पर इस वारदात को लेकर विपक्ष के हमले जारी हैं.
2. गोरखपुर (17 अगस्त 2020) – लखीमपुर खीरी से 400 किलोमीटर दूर गोरखपुर के बड़हलगंज इलाके में नाबालिग लड़की को अगवा कर उसके साथ गैंगरेप किया गया. विरोध करने पर लड़की को न सिर्फ जानवरों की तरह पीटा गया, बल्कि आरोपियों ने उसे सिगरेट से दागा भी. दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गोरखपुर में तो इस तरह की वारदात की बाढ़ आ गई है. 12 अगस्त को छेड़खानी से आहत किशोरी ने आग लगाकर जान दे दी. 5 अगस्त को प्रेमी युगल की हत्या की गई. 28 जुलाई को अपहरण के बाद 5वीं की छात्रा की हत्या कर दी गई.
3. बुलंदशहर (10 अगस्त 2020) – अमेरिका में पढ़ने वाली सुदीक्षा भाटी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. पहले ये खबर आई कि कुछ मनचले बाइकसवार उसका पीछाकर उसे छेड़ रहे थे. तभी दुर्घटना हो गई जिसमें सुदीक्षा की जान चली गई. हालांकि बाद में पुलिस ने कहा कि ये एक सामान्य दुर्घटना थी.4. कासगंज (15 जुलाई 2020) – कासगंज में लड़की और उसकी मां से रेप किया गया और बाद में आरोपी ने ट्रैक्टर चढ़ाकर दोनों को मार डाला. रेप का आरोपी कुछ दिन पहले ही जमानत पर छूटकर आया था. दोहरी हत्या के आरोप में पुलिस ने उसे फिर गिरफ्तार कर लिया है. दोनों परिवारों के बीच लंबे समय से अदावत चली आ रही थी.
5. फिरोजाबाद (11 फरवरी 2020) – लड़की से रेप के बाद उसकी जुबान बंद रखने के लिए उसके पिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने एनकाउंटर के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया.
6. बाराबंकी (Eight जनवरी 2020) – जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में रेप पीड़िता एलएलबी की छात्रा अपने घर में फंदे पर झूलती मिली. सितंबर 2019 में हुए गैंगरेप के चार महीने बाद पीड़िता ने खुदकुशी कर ली. पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि आरोपियों के दबाव के चलते उनकी बेटी ने जान देना ज्यादा आसान समझा. बाद में पैसे के लेनदेन का मामला सामने आया था.
7. उन्नाव (7 दिसंबर 2019) – लखनऊ से सटे इस जिले में रेप पीड़िता को आरोपियों ने जिंदा जला दिया. वारदात पिछले साल दिसंबर की है. बिहार थाना क्षेत्र में रहने वाली पीड़िता को जलाने का आरोप उन दो लोगों पर लगा जो इसी के साथ रेप के मामले में जमानत पर बाहर आए थे. पीड़िता मुकदमे की पैरवी के लिए रायबरेली जा रही थी. इस वारदात के बाद प्रदेश में राजनीतिक भूचाल आ गया था.
8. फतेहपुर (14 दिसंबर 2019) – उन्नाव में लड़की के जिंदा जलाने की वारदात के हफ्तेभर के भीतर ही दिसंबर 2019 में फतेहपुर में रेप पीड़िता को जिंदा जलाने का मामला सामने आया. फतेहपुर के हुसैनगंज में हुई इस वारदात का आरोप लड़की के चाचा पर ही लगा.
9. मुजफ्फरनगर (5 अक्टूबर 2019) – मुजफ्फरनगर के छपार में गैंगरेप पीड़िता ने तंग आकर सुसाइड कर लिया. आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए उसने अपनी हथेली पर उनके नाम लिख दिए थे. लड़की के पिता ने तहरीर दी कि आरोपी रेप के मामले को वापस लेने के लिए धमका रहे थे. इस मामले में भी आरोपी जमानत पर बाहर थे.
10. कानपुर देहात (7 दिसंबर 2019) – 13 नवंबर को घर से बाहर पानी लेने गई एक लड़की को तीन लोगों ने उठा लिया. तीन दिनों तक बंधक बनाकर उसके साथ गैंगरेप किया गया. 16 नवंबर को परिवार वालों ने गुमशुदगी रिपोर्ट लिखाई. जैसे-तैसे आरोपियों से बचकर आई लड़की ने घरवालों से आपबीती बताई. बाद में इसे एक रिश्तेदार के यहां भेज दिया गया जहां पीड़िता ने फांसी लगाकर जान दे दी.
इन सभी मामलों में दो बातें एक जैसी दिखाई देती हैं. पहली तो ये कि रेप के आरोपियों ने जमानत मिलने के बाद रेप पीड़िता के साथ फिर से वारदात को अंजाम दिया. दूसरी ये कि रेप पीड़िता ने वारदात के बाद तंग आकर जान दे दी. यूपी पुलिस में आईजी के पद से रिटायर ओपी त्रिपाठी ने बताया कि वैसे तो रेप की वारदात पर अंकुश लगा पाना लगभग नामुमकिन है, लेकिन पुलिस उन घटनाओं को रोक सकती है जिसमें रेप का आरोपी पीड़िता के साथ दोबारा किसी वारदात को अंजाम देता है. इसके लिए पुलिस को अपने बीट सिस्टम को और मजबूत करना होगा.
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