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इससे पहले राम भक्त आजम खान (Azam Khan) ने कहा था कि अगर 5 अगस्त को भूमिपूजन कार्यक्रम में उनको नहीं आमंत्रित किया गया तो वे उसी दिन सरयू में जल समाधि ले लेंगे.
इससे पहले राम भक्त आजम खान ने कहा कि अगर 5 अगस्त को भूमिपूजन कार्यक्रम में उनको नहीं आमंत्रित किया गया तो वे उसी दिन सरयू में जल समाधि ले लेंगे. उनका मानना है कि उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन किया है वह भगवान राम को मानने वाले हैं. वे भी भगवान राम के भक्त हैं. उन्होंने कहा कि उनमें से एक इकबाल अंसारी भी हैं, जिन्होंने 70 साल तक राम मंदिर का रास्ता रोका, फिर भी उन्हें बुलाया गया.
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भगवान राम को किसी धर्म या जाति में नहीं बांधा जा सकता. इसलिए इस पुण्य काम में वह भी शामिल होकर राम मंदिर भूमि पूजन का साक्षी बनना चाहते हैं. दरअसल 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचकर राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे. राम मंदिर की आधारशिला व भूमि पूजन के कार्यक्रम में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े सभी लोग इस पुण्य मौके पर शामिल होना चाहते हैं, लेकिन कोरोना काल को देखते हुए ट्रस्ट बहुत कम ही लोगों को आमंत्रित कर रहा है.अयोध्या के साधु-संतों को काफी वर्षों से राम मंदिर निर्माण का इंतजार था जो अब 5 अगस्त को पूरा होने जा रहा है. राम जन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट (Ram Janma Bhoomi Teerth Trust) के महासचिव चंपत राय (Champat Rai) ने बताया कि भूमि पूजन कार्यक्रम में कुल 175 आमंत्रित अतिथि ही शामिल होंगे. 135 विशिष्ट साधु-संतों के अलावा अन्य अतिथियों को आमंत्रित किया गया है.
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