[ad_1]
इस ऑडियो में मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) कह रहा है कि मुन्ना बजरंगी और कृष्णानंद राय के बीच गोली चल रही है. चोटी काट ली, जय श्रीराम, मुट्ठी में है. बताया जा रहा है कि 2005 में ये कॉल एसटीएफ ने इंटरसेप्ट की थी. उस वक्त अभय सिंह ने फैज़ाबाद जेल से गाजीपुर जेल में बंद मुख्तार अंसारी को कॉल की थी.
अमिताभ यश ने बताया कोडवर्ड का मतलब
आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि यह ऑडियो उस दिन की है जिस दिन कृष्णानंद राय की हत्या की गई. उन्होंने यह भी बताया कि इस ऑडियो में चोटी काटने और जय श्री राम कहने का मतलब क्या है. यह बातचीत मुख़्तार अंसारी और अभय सिंह के बीच की है. दोनों उस वक्त जेल में बंद थे. कॉल अभय सिंह की तरफ से की गई थी अभय सिंह किसी जमीन की डील को लेकर बातचीत की. इस बीच में मुख्तार अंसारी ने बदल दिया और कहा कि मुन्ना बजरंगी और कृष्णानंद राय के बीच गोली बारी चल रही है. इस अभय सिंह ने पूछा कि गोली बराबर चल रही है या एकतरफा. इस मुख्तार अंसारी ने कटाक्ष के रूप में कहा कि जय श्रीराम. इस बात को अभय सिंह तत्काल समझ गया और उसने वार्ता को खत्म कर दिया. लेकिन उसके बाद मुख़्तार अंसारी ने कहा कि ‘काट लिहिन, मुट्ठी में’. ये जो जिक्र है कृष्णानंद राय चोटी रखते थे. हत्या के बाद हनुमान पांडे ने उनकी चोटी काट ली थी और मुख्तार अंसारी को दिया था.
राकेश पांडे को इसलिए हनुमान बुलाता था मुख्तारअमिताभ यश ने बताया कि हनुमान उर्फ़ राकेश पांडे इसी वारदात के सिलसिले में मुख़्तार के साथ जेल में भी रहा था. वहां वह मुख़्तार की सेवा में लगा था. राकेश पांडे भिजन ज्यादा करता था इसीलिए मुख़्तार ने उसका नाम हनुमान रखा था. हालांकि सीबीआई कोर्ट ने मुख़्तार अंसारी और राकेश पांडे उर्फ हनुमान को कृष्णानंद राय की हत्या के मामले से बरी कर चुकी है
[ad_2]
Source