[ad_1]
मुकदमा लिखाने वालों के पास से कथित लूट की पूरी रकम पुलिस ने बरामद कर ली है. इसके साथ ही झूठा मुकदमा लिखा कर पैसा हड़पने की कोशिश करने वाले निहाल सिंह और मुन्ना लाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
लूट का मामला दर्ज करवाने वाले गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में निहाल सिंह और मुन्ना लाल चौहान को गिरफ्तार किया है. ये दोनों यूपी के आजमगढ़ के रहने वाले हैं. गोरखपुर की सिंह कंस्ट्रक्शन नामक कंपनी के लिए ये दोनों काम करते हैं. बीते 7 अगस्त को इन दोनों ने पुलिस को सूचना दी कि लखनऊ से गोरखपुर जाते समय एक स्कार्पियो गाड़ी से आए कुछ बदमाशों ने उनसे 17 लाख रुपए लूट लिए. पुलिस अधीक्षक ने तत्काल तीन टीमें गठित कर जांच शुरू कर दी.
पुलिस ने सख्ती बरती तो दोनों टूट गए और स्वीकार किया कि लूट की कहानी गढ़ी थी.
लूट की कहानी गढ़ने में बरती बहुत चालाकी, पर काम न आई
पुलिस ने मौके का निरीक्षण करने के साथ उन जगहों के भी निरीक्षण किए जहां इन्हें पैसे दिए गए थे. इस जांच में पुलिस का ध्यान एक बात की ओर गया कि इन दोनों ने हर जगह सीसीटीवी कैमरे के सामने आकर पैसा लिया है. इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ की तो उनके बयान भिन्न मिले. तब पुलिस ने दोनों के साथ थोड़ी सख्ती बरती तो मामला तुरंत साफ हो गया. रिपोर्ट लिखाने वाले मुन्ना लाल चौहान और निहाल सिंह ने स्वीकार किया कि उनके साथ कोई लूट की वारदात नहीं हुई है. पुलिस ने मुन्ना लाल और निहाल सिंह की निशानदेही पर 17 लाख रुपए उनकी स्कार्पियो से बरामद कर लिए. पैसे और गाड़ी के अलावा वह सरिया भी बरामद कर लिया गया, जिससे गोली लगने का निशान बनाया गया था. पुलिस को वह नुकीली चाबी भी मिली जिससे मुन्ना लाल ने अपने शरीर पर घाव बनाया था.
पुलिस ने ऐसे किया पर्दाफाश
इस मामले पर बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अरविन्द चतुर्वेदी ने बताया कि 7/eight अगस्त की रात को वादी ने 17 लाख रुपए लूट की सूचना दी थी. मामले की गंभीरता देखते हुए नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया और पुलिस की तीन टीमें गठित कर जांच शुरू की गई. वादी निहाल सिंह द्वारा जहां-जहां पैसे दिए गए थे, वहां बार-बार सीसीटीवी कैमरे की बात करना यह शक पैदा कर गया कि कहीं यह झूठ तो नहीं बोल रहा है. इस शक पर पुलिस ने दोनों वादियों से अलग-अलग सख्ती से बात की. तब पता चला कि कोई लूट की वारदात नहीं हुई है. बल्कि रकम हजम करने के लिए दोनों वादियों ने लूट की झूठी कहानी रची है. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों ने यह भी बताया कि वे अपने कर्ज से बहुत परेशान थे और उसके लिए इन्होंने यह खेल खेला.
[ad_2]
Source