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अब बाढ़ का पानी धीरे-धीरे रेल की पटरी पर भी पहुच गया है. साथ ही हायाघाट रेल पुल 16 पर पानी का और दबाव बढ़ गया है. बाढ़ का पानी रेल पटरी से अगर जल्द नहीं उतरा तो बाढ़ का पानी रेल पटरी को भी क्षतिग्रस्त कर सकता है.
हायाघाट स्टेशन के करीब बागमती उग्र
दरभंगा हायाघाट प्रखंड के हायाघाट स्टेशन के करीब बागमती का उग्र रूप देखने को मिल रहा है. हायाघाट स्टेशन के समीप रेल पुल संख्या 16 पर बाढ़ के पानी का दबाब होने के कारण पहले से ही दरभंगा-समस्तीपुर रेल का परिचालन ठप है. यहां 24 जुलाई से ही रेल परिचालन बंद है और बाढ़ का पानी समय के साथ बढ़ता ही जा रहा है. अब बाढ़ का पानी धीरे-धीरे रेल की पटरी पर भी पहुच गया है. साथ ही हायाघाट रेल पुल 16 पर पानी का और दबाव बढ़ गया है. बाढ़ का पानी रेल पटरी से अगर जल्द नहीं उतरा तो बाढ़ का पानी रेल पटरी को भी क्षतिग्रस्त कर सकता है. रेल लाइन को बचाने के लिए रेलकर्मी रेल की पटरी पर रेत से भरे बोरे रखकर पानी को आगे बढ़ने से रोकने में जुटे हैं. रेल पटरी पर पानी आने से अब उनलोगों की चिंता बढ़ गई है जो पहले ही बाढ़ के कारण अपना घर छोड़ इन रेल की पटरियों पर अपना आशियाना बना कर रह रहे थे.
रेल लाइन को बचाने के लिए रेलकर्मी रेल की पटरी पर रेत से भरे बोरे रखकर पानी को आगे बढ़ने से रोकने में जुटे हैं.
सीतामढ़ी रूट से परिचालन बंद
समस्तीपुर के बीच ट्रेन परिचालन पूर्ण रूप से बंद हो गया है. इस रास्ते जाने वाली बिहार संपर्क क्रांति सहित चार ट्रेनों का रूट अगले आदेश तक परिवर्तित कर दिया गया है. अब ये सभी ट्रेनें सीतामढ़ी होकर जा रही हैं. वर्तमान स्थिति में दरभंगा सीतामढ़ी रेलखंड में अभी कोइ खतरा नहीं है. परिचालन चालू है. पानी के बढ़ते दबाव को देखते हुए अभी कुछ दिनों के लिए दरभंगा समस्तीपुर रेलखंड का चालू होना संभव नहीं दिखता है.
रेलवे के इंजिनियर ने कहा
दरभंगा रेल के सहायक इंजीनियर दिलीप कुमार ने भी पुष्टि करते हुए कहा कि रेल पुल पर पहले से ही बाढ़ के पानी का दबाब था. अब रेल की पटरी पर भी पानी आ गया है. इस हालात का समय-समय पर निरीक्षण किया जा रहा है. इन सारी स्थितियों पर रेलवे की नजर है.
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