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प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत (Principal secretary Pratyay amrit) एनएमसीएच (NMCH) की सबसे बड़ी चुनौती भर्ती मरीज के अटेंडेंट की अलग से व्यवस्था करना है.
अस्पताल की व्यवस्थाओं के संबंध में पूछे जाने पर प्रधान सचिव ने असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि एनएमसीएच की सबसे बड़ी चुनौती भर्ती मरीज के अटेंडेंट की अलग से व्यवस्था करना है. उन्होंने कहा कि भर्ती मरीजों के साथ अटेंडेंट की उपस्थिति किसी भी हाल में नहीं होनी चाहिए. हालांकि इस दौरान प्रधान सचिव ने माना कि अस्पताल में वार्ड बॉय की कमी है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.
प्रधान सचिव ने व्यवस्था में सुधार की खासी गुंजाइश होने की बात दोहराते हुए कई आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए जाने की भी बात कही. अस्पताल प्रशासन द्वारा मरीजों को भर्ती किए जाने में आनाकानी किए जाने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने इसे नकारते हुए कहा कि इस संबंध में उन्हें कोई विशेष जानकारी नहीं है. हालांकि उन्होंने माना कि अस्पताल में भर्ती मरीज और उनके परिजनों की कई समस्याएं है जिसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा.
बाढ़ प्रभावित जिलों में कोरोना विस्फोट के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित जिलों में कैंप लगाकर लगातार कोरोना की जांच की जा रही है. अधिक से अधिक कोरोना की टेस्टिंग कराना स्वास्थ्य विभाग की पहली प्राथमिकता है.
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