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मायावती (Mayawati) ने कहा कि अगर 2022 में यूपी में बसपा की सरकार बनती है तो ब्राह्मण समाज की आस्था के प्रतीक परशुराम और सभी जातियों के महान संतों के नाम पर अस्पतालों व सुविधायुक्त ठहरने के स्थानों का निर्माण कराया जाएगा.
लगाए ये आरोप
मायावती ने कहा कि चार बार बनीं बसपा की सरकार में सभी वर्गों के महान संतों के नाम पर अनेक जनहित योजनाएं शुरू की गई थीं जिसे बाद में आई सपा सरकार ने जातिवादी मानसिकता व द्वेष की भावना के चलते बदल दिया. मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी से भव्य परशुराम की मूर्ति उनकी सरकार लग्वाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना के खिलाफ केंद्र व राज्य की सरकारें पूरी तरह से कामयाब नहीं रही हैं। उनके प्रयासों में कमी रही है.
Keeping in thoughts the shortcomings of the state & Central governments amid COVID-19 pandemic, if BSP involves energy, we’ll create hospitals with fashionable amenities and accomodation amenities within the title of nice saints: Mayawati, BSP chief pic.twitter.com/h7y0rKo6s5
— ANI UP (@ANINewsUP) August 9, 2020
दरअसल कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद पुलिस एनकाउंटर में मारे गए मुख्य आरोपी विकास दुबे और उनके गुर्गों की एनकाउंटर में मौत के बाद से ही यूपी में सभी विपक्षी दल सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि योगी सरकार ब्राह्मण विरोधी है. अब जब आगामी विधानसभा चुनाव में करीब दो साल का बचा है तो कांग्रेस सहित समाजवादी पार्टी और बसपा ब्राह्मण कार्ड खेलने में नहीं चूक रहे हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश के सभी जिले में भगवान राम की मूर्ति लगाई जाएगी. इसके बाद मायावती ने भी देरी न करते हुए ऐलान कर दिया कि उनकी सरकार बनते ही हर धर्म के संतों के नाम पर अस्पतालों व सुविधायुक्त ठहरने के स्थानों का निर्माण कराया जाएगा.
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