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11 अगस्त की सुबह से लेकर 12 अगस्त की सुबह तक जिन जिलों में भारी बरसात होने की संभावना है, उनमें रायबरेली, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, सुल्तानपुर, आजमगढ़, गोरखपुर, संतकबीर नगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, महोबा, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर, जालौन और औरैया का नाम शामिल है. इसके अलावा 12 अगस्त को जिन जिलों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है, उनमें फतेहपुर, रायबरेली, प्रतापगढ़, अयोध्या, सुलतानपुर, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, आजमगढ़, उन्नाव, लखनऊ, कन्नौज, हरदोई, फर्रूखाबाद, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, गोरखपुर, संतकबीर नगर, बदायूं, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, नोएडा, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मेरठ, बागपत, मथुरा, हाथरस, फिरोजाबाद और आगरा है. बाकी जिलों के लिए तो बहुत परेशानी की बात नहीं है.
19 जिले बाढ़ की मार झेल रहे हैं
लेकिन, जो जिले पहले से ही बाढ़ और जलभराव से पीड़ित हैं, वहां स्थितियां और खराब हो सकती हैं. बता दें कि पूर्वांचल और तराई के 19 जिले बाढ़ की मार झेल रहे हैं. ऐसे में और ज्यादा बारिश होने की सूरत में इन जिलों में हालत और खस्ता हो सकती है. मध्य प्रदेश में बने कम दबाव के क्षेत्र के असर के चलते 11 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है. हालांकि, मौसम विभाग ने सोमवार को ये अनुमान जारी किया है. इसमें समय बीतने के साथ बदलाव भी संभव है. दूसरी ओर सोमवार को प्रदेश के एक्का- दुक्का जिलों में ही बारिश दर्ज की गयी. आगरा में सबसे ज्यादा 46.four मिमी बारिश दर्ज की गयी. शाहजहांपुर, रायबरेली और वाराणसी में three मिमी से कम बारिश दर्ज की गयी. बाकी जिले सूखे ही रहे.
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