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टिहरी. एनएच-94 पर ऑल वेदर रोड बनन से भविष्य में लोगों की यात्रा सुगम होगी वहीं वर्तमान में इस सड़क के निर्माण के चलते जहां इसके साइड इफ़ेक्ट दिखने लगे हैं. टिहरी में एनएच-94 के चौड़ीकरण के चलते पहले चंबा में आधा दर्जन मकानों में दरारें आ गईं तो वहीं अब खाड़ी बाजार को खतरा पैदा हो गया है. एनएच-94 पर ऋषिकेश-चंबा के बीच में खाड़ी एक बड़ा बाजार है. यहां से देवप्रयाग, गजा, कोटेश्वर के लिए सड़क जाती है और यहां दिन भर यात्रियों की खासी भीड़ रहती है. भूस्खलन से इस बाज़ार के अस्तित्व के लिए ही खतरा पैदा हो गया है.

लगातार गिर रहे बोल्डर 

सड़क चौड़ीकरण और बारिश के चलते 20 जुलाई को यहां पहाड़ी की एक बड़ा हिस्सा टूटकर सड़क पर आ गिरा था. इससे बड़ा हादसा होते-होते टल गया था. लगातार बारिश की वजह के पहाड़ी अब भी लगातार दरक रही है. इसकी वजह से बोल्डर गिर रहे हैं, जिससे आस-पास की दुकानों सहित मकानों को खतरा पैदा हो गया है.

स्थानीय लोगों का कहना है कि बीआरओ और कार्यदायी संस्था को इस पहाड़ी के खतरे से पहले ही अवगत करा दिया गया था लेकिन बीआरओ और कार्यदायी संस्था ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. बेतरतीब तरीके से पहाड़ी का कटान किया जाता रहा जिसकी वजह से अब पहाड़ी से लगातार बोल्डर गिर रहे हैं. इसके चलते कभी भी कोई बड़ा हादसा होने का खतरा बना हुआ है.नए-पुराने पुल बहा ले जाएगी हेवल नदी 

खाड़ी बाजार में ऑल वेदर प्रोजेक्ट के जरिए हेवलनदी पर बने पुराने पुल के पास नए पुल का निर्माण किया जा रहा है लेकिन नए पुल से पानी की निकासी का कोई इंतज़ाम नहीं किया गया है. लगातार हो रही बारिश से हेवलनदी का जलस्तर भी बढ़ गया है और पानी की निकासी न होने से खाड़ी के पुराने पुल के नीचे पानी का जमाव हो रहा है.

कई बार बरसात में पानी के जमाव से पुराना पुल पानी में डूब चुका है लेकिन किसी का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है. इसकी वजह से पूरे खाड़ी बाज़ार सहित आस-पास के 25 परिवारों के लिए भी खतरा पैदा हो रहा है.

बीआरओ और कार्यदायी संस्था द्वारा नए पुल तो निर्माण तो किया जा रहा है लेकिन उससे पहले हेवलनदी के पानी की निकासी का इंतजाम नहीं किया गया. स्थानीय निवासी अरण्य रंजन का कहना है कि यह भविष्य में एक बड़ा खतरा हो सकता है और हेवलनदी पुराने पुल के साथ नए पुल को भी बहा कर ले जा सकती है.

ध्यान नहीं दे रहे BRO, कार्यदायी संस्था 

बीआरओ और कार्यदायी संस्था की लापरवाही से अब खाड़ी बाजार का अस्तित्व खतरे में है लेकिन किसी का भी ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है.

स्थानीय दुकानदार शीशपाल का कहना है कि पिछले दिनों पहाड़ी टूटने से उनके घर और दुकान दोनों के नष्ट हो जाने का खतरा पैदा हो गया था. तब तो दुर्घटना टल गई लेकिन अब पहाड़ी का दूसरा हिस्सा भी गिरने के कगार पर है और फिर उनके मकान और दुकान दोनों को खतरा पैददा हो गया है. कई बार बीआरओ, कार्यदायी संस्थान और प्रशासन को इसके लिए शिकायत की गई लेकिन कोई भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा.

इस मामले में टिहरी के ज़िलाधिकारी का कहना है कि बीआरओ और प्रशासन की टीम मौके का निरीक्षण कर रहे हैं और जल्द ही सुरक्षा के इतंजाम अपनाए जाएंगे. पहा़ड़ी का भी सर्वे कराया जाएगा और यदि सुरक्षा की दृष्टि से उसे काटना पड़ा तो पहाड़ी को कटवाया जाएगा ताकि खाड़ी बाजार के ऊपर किसी तरह का खतरा न रहे.



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