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बुधवार को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज (BRD Medical College) के कोविड-19 (Covid-19) के वार्ड नम्बर तीन और चार में पानी आने की तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगी.

गोरखपुर. यूपी की सियासत में पैर जमाने की कोशिश कर रहीं कांग्रेस (Congress) महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM yogi Adityanath) को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ती हैं. खास कर उनके गृह जनपद गोरखपुर (Gorakhpur) में अगर कोई मामला हो तो उस पर वो तुरंत एक्टिव हो जाती हैं. बुधवार को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज (BRD Medical College) के कोविड-19 (Covid-19) के वार्ड नम्बर तीन और चार में पानी आने की तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगी. वायरल करने वाले ने वीडियो में बोला कि किस तरह से कोविड वार्ड में अव्यवस्था फैली हुई है. मरीज वार्ड में पानी के बीच रहने को मजबूर हैं.

जिसके बाद इस वायरल वीडियो पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ” यूपी के सीएम के गृह क्षेत्र के मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड की हालत देखकर आपको पता लग जाएगा कि यूपी सरकार के झूठे प्रचार से जमीनी हकीकत कितनी जुदा है. मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में नाले का पानी भरा है. मरीज परेशान हैं और पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं है.”

मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल ने आरोप नकारे

प्रियंका के इस ट्वीट पर मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल गणेश कुमार का कहना है कि वार्ड में नाले का पानी आने बात जो कही जा रही है, वो पूरी तरह से बेबुनियाद है. प्रिंसिपल ने न्यूज 18 से बात करते हुए कहा कि 14 जुलाई की रात्रि में अत्याधिक बारिश होने से बौछार के कारण बारिश का पानी प्रथम तल से बरामदे के रास्ते जीने से होते हुए वार्ड नम्बर three और four में चला गया था. स्लोप अंदर की तरफ होने की वजह से पानी वार्ड में चला आया था. जिसके बाद वार्ड की साफ-सफाई करा दी गयी है. साथ ही कार्यदायी संस्था को बरामदे को कवर करने के निर्देश दे दिये गये हैं.

गोरखपुर में कोरोना के मरीजों को भर्ती करने के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज में L2 और L3 लेवल का अस्पताल एक नई बिल्डिंग में बनाई गयी है. बिल्डिंग के फिनिसिंग का काम अभी चल रहा है. साथ ही बगल में 500 बेड के नये अस्पताल का भी निर्माण चल रहा है. गोरखपुर में कोरोना बड़ी तेजी से अपने पांव पसार रहा है. मौजूदा समय में जिले में 838 मरीजों की संख्या हो गयी है, जिसमें से 446लोग ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं, 19 मरीजों की मौत हो गयी है मौजूदा समय में 373 एक्टिव केस मौजूद हैं.



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