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बहराइच (Behraich) के एसडीएम ने बताया कि सभी ग्रामीणों को नौबना गांव में बसाया जाएगा. यह गांव ककरहा रेंज के जंगल के बाहर वन बसा हुआ है. इसके साथ ही सरकार द्वारा मुआवजा व मकान भी दिया जाएगा. इस पर गांव में रह रहे 125 परिवार के लेागों ने सहमति जताई है.

बहराइच. उत्तर प्रदेश के बहराइच (Behraich) जिले में मोतीपुर तहसील गांव के वनग्राम भरथापुर (Bharthapur) में रह रहे ग्रामीणों को ककरहा रेंज के नौबना गांव में विस्थापित किया जाएगा. इसके लिए वनाधिकारियों ने एसडीएम की अगुवाई में गेरुआ नदी के उस पार बसे गांव में जाकर ग्रामीणों से वार्ता की. गांव में रह रहे 125 परिवार के लोगों ने विस्थापन पर सहमति जताई है.

बाढ़ और जंगली जानवरों के खतरे से मिलेगी निजात

मिहींपुरवा विकास खंड में 7 वनग्रामों के लोग निवास करते हैं. जंगल के बीच व निकट बसे इन गांव के लोगों को अक्सर नेपाल से पानी, जंगली हाथियों के साथ तेंदुए, बाघ व अन्य जीवों के हमले का शिकार होना पड़ता है. वनग्राम होने के कारण इन्हें सरकारी सुविधाएं भी नहीं मिल पाती हैं. ऐेसे में प्रदेश सरकार ने इनके विस्थापन की कार्रवाई शुरू की है. वनग्राम भरथापुर गेरुआ नदी के उस पार जंगल में बसा हुआ है. यहां पर बाढ़ के साथ हमेशा जंगली जीवों का हमला होता है.

यूपी सरकार ने शुरू की कार्रवाईविस्थापन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए उपजिलाधिकारी बाबूराम, बीडीओ चंद्रशेखर प्रसाद के साथ वनाधिकारी नाव द्वारा भरथापुर गांव पहुंचे. यहां पर अधिकारियों ने वनग्रामीणों से वार्ता की. साथ ही विस्थापन की प्रक्रिया के बारे में बताया.

उपजिलाधिकारी ने बताया कि 2 जून 2020 को शासनादेश आया है कि नेपाल की 2 नदियों के बीच बसे भरथापुर गांव के 125 परिवारों को दूसरी जगह राजस्व जमीन पर सुस्थापित कराया जाय. भारत मे सुस्थापित होने वाला यह पहला गांव बहराइच का होगा. भरथापुर को नौबना गांव में विस्थापित किया जाएगा.

behraich village bharthapur

बहराइच के भरथापुर गांव पहुंचे एसडीएम और जिला प्रशासन की टीम

125 परिवारों ने जताई सहमति

एसडीएम ने बताया कि सभी ग्रामीणों को नौबना गांव में बसाया जाएगा. यह गांव ककरहा रेंज के जंगल के बाहर वन बसा हुआ है. इसके साथ ही सरकार द्वारा मुआवजा व मकान भी दिया जाएगा. इस पर गांव में रह रहे 125 परिवार के लेागों ने सहमति जताई. एसडीएम ने कहा कि जल्द ही सभी ग्रामीणों को नौबना गांव में विस्थापित कराया जाएगा. नौबना गाव में 70 हेक्टेयर जमीन भी ग्रामीणों के लिए अधिग्रहण कर ली गई है.

एक परिवार को 10 लाख रुपये या 1 हेक्टेयर जमीन

उपजिलाधिकारी ने बताया कि एक परिवार को 10 लाख रुपये या एक हेक्टेयर जमीन दी जाएगी और उनकी वहां जो जमीन होगी, उसका उनको कलेक्ट्रेट मूल्य के हिसाब से मुआवजा भी मिलेगा. गांव का नाम भी नही बदला जाएगा, नए गांव का नाम नया भरथापुर होगा. अधिकारियों ने बताया की जल्द ही गांव को सुस्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी और सभी परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ भी मिलेगा. सभी को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ सहित सभी प्रकार का लाभ दिया जाएगा.



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