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दरभंगा जिले के ज्यादार हिस्से तीन से चार फीट बाढ़ के पानी में डूबे हैं लेकिन इसके बावजूद आजादी के दीवानों को जोश कम नहीं हुआ. देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने सीने तक पानी में डूब कर तिरंगा झंडा फहराया

दरभंगा. आजादी के दीवानों को जश्न-ए-आजादी का पर्व मनाने में कितनी ही दिक्कतों का सामना करना पड़ा हो पर इनके जज्बे और हौसले के सामने वो काफूर हो गई. कोरोना संक्रमण महामारी हो या बाढ़ की विभीषिका, इन देशप्रेमियों ने 74वें स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) को बड़े उत्साह से मनाया. बिहार (Bihar) के दरभंगा (Darbhanga) के बिरौल प्रखंड के बिरौल पंचायत अंतर्गत फैरदा टोल के आंगनवाड़ी केंद्र में कमर से ऊपर बह रहे पानी में आंगनवाड़ी सेविकाओं ने झंडोतोलन किया. कठिन परिस्थिति में भी देश के प्रति इनका जज्बा देखते ही बनता था. सीने तक पानी जमा होने के बावजूद यहां वंदे मातरम के जयघोष से वातावरण में देशभक्ति की मिसाल पेश की गई.

बुजुर्गों ने नाव पर किया झंडोतोलन

वहीं दरभंगा के ही हनुमाननगर प्रखंड में चार से पांच फीट पानी के बीच बुजुर्गों की देशभक्ति की भावना देखने को मिली. यहां लगभग एक दर्जन बुजुर्ग लोग नाव के सहारे पहुंचे और बाढ़ के पानी में डूबे सिनुआर पंचायत के पैक्स भवन प्रांगण में नाव पर ही तिरंगा झंडा फहराया.

नाव से थाना अध्यक्ष पहुचे तिरंगा फहरानेआम लोगों के बाद बात पुलिसवालों की करें तो स्वतंत्रता दिवस पर वो भला कैसे पीछे रहते. जिले के मोरो थाना परिसर में भी बाढ़ का पानी भरा हुआ है. ऐसे हालात में थाना तक पैदल चलकर पहुचंना कठिन है. मगर 15 अगस्त के दिन थाना अध्यक्ष जितेंद्र कुमार चौधरी नाव से किसी तरह थाने तक पहुचे और नाव पर ही खड़े हो कर उन्होंने झंडोतोलन किया. जिसके बाद पूरा थाना वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा.



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