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सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट किया है कि ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी.
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, “ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.”
सपा प्रवक्ता ने भी उठाए सवालवहीं समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील साजन ने भी यही सवाल किया है. उन्होंने पूछा है कि सरकार बताए कि विकास दुबे ने आत्मसमर्पण किया या गिरफ्तार हुआ? उन्होंने कहा कि विकास दुबे की जिस-जिस ने मदद की उनका नाम सामने आना चाहिए.
ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 9, 2020
ऐसा न हो कि विकास दुबे को जेल भेज कर उसको संरक्षण देने वालों को बचा लिया जाए. विकास दुबे से किसने-किसने बात की पूरी सीडीआर जारी होनी चाहिए. अधिकारियों, पुलिसकर्मियों और राजनेताओं के कॉकस का चेहरा भी बेनकाब होना चाहिए.
एमपी सीएम ने दी बधाई
उज्जैन महाकाल मंदिर में यूपी के अपराधी विकास दुबे के गिरफ्तारी देने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘मैंने यूपी के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी से बात कर ली है. शीघ्र आगे की कानूनी कार्रवाई की जायेगी. मध्यप्रदेश पुलिस, विकास दुबे को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपेगी. उन्होंने विकास दुबे की गिरफ़्तारी के लिए उज्जैन पुलिस को बधाई दी है.
मैंने यूपी के मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी से बात कर ली है। शीघ्र आगे की कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
मध्यप्रदेश पुलिस, विकास दुबे को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपेगी।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 9, 2020
सीएम शिवराज ने आगे लिखा कि जिनको लगता है की महाकाल की शरण में जाने से उनके पाप धूल जाएंगे उन्होंने महाकाल को जाना ही नहीं. हमारी सरकार किसी भी अपराधी को बख्शने वाली नहीं है.
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