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अलीगढ़. देश का जाना-माना अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) एक बार फिर विवादों में है. यहां पर हिंदू छात्र-छात्राओं के साथ कैसा व्यवहार होता है? इसको लेकर एक हिन्दू छात्रा ने ट्वीट (Tweet) किया. इसमें उसने हिंदू लड़कियों को AMU के हॉस्टल में जबर्दस्ती खुद को ढंक कर रखने का दबाव डाले जाने की बात लिखी है. छात्रा के इस ट्वीट पर एएमयू के एक छात्र ने धमकी भरा रिप्लाई भी किया है, ‘इंशाअल्लाह आपको भी हिजाब पहनाया जाएगा, वह भी पीतल का.’ इसके बाद डरी हुई छात्रा ने मामले में AMU प्रशासन से लेकर पुलिस को शिकायत भेजी है. एएमयू प्रशासन ने मामले में जांच बिठा दी है, वहीं पुलिस ने एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है.
दरअसल छात्रा ने अपने ट्वीट में लिखा है, “one more thing Hindu girls are forced to cover themselves in AMU hostel…Indian education is teaching us to stay covered otherwise it will excite a man to sexualize us.” छात्रा के सोशल मीडिया पर इस मैसेज के बाद छात्रा एएमयू के अन्य छात्रों के निशाने पर आ गई. एक छात्र ने उसे रिप्लाई करते हुए लिखा है कि कौन से हॉस्टल में आपको नंगा घूमने से मना कर रहे हैं. साथ ही उसने लिखा कि लॉकडाउन के बाद इंशा अल्लाह आपको भी हिजाब पहनाया जाएगा, वह भी पीतल का. AMU छात्रा के इस ट्वीट के बाद जिस तरह से उसको अन्य छात्रों के रिप्लाई मिले हैं, उसने छात्रा परेशान हो गई है.
छात्रा ने SSP से लगाई गुहार, महिला आयोग ने लिखा पत्रछात्रा ने अलीगढ़ के एसएसपी को उस छात्र के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एक प्रार्थना पत्र दिया है. इसके बाद पुलिस ने थाना सिविल लाइंस में पीड़ित छात्रा की तहरीर के आधार पर धारा 504, 506, 67 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया है. छात्रा बुलंदशहर की रहने वाली है. उधर, छात्रा के इस मैसेज के बाद कैम्पस में राजनीति तेज होने की संभावना है. राज्य महिला आयोग की सदस्य मीना कुमारी ने भी मामले में एसएसपी अलीगढ़ को एक पत्र लिखा है, जिसमें आरोपी छात्र के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
‘गैर मुस्लिम लड़की से हिजाब का इस्तेमाल करने की बात गलत’
मामले पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के थियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर व इस्लामिक मामलों के जानकार प्रो. मुफ्ती जाहिद ने कहा कि कोई मुसलमान छात्र एएमयू में किसी भी मुस्लिम लड़की को भी अखलाकी तौर पर कह सकता है कि आप अच्छे कपड़े पहनें. ऐसे कपड़े ना पहनें, जिससे कि कोई दिक्कत हो. यह हिंदुस्तान की तहजीब है. अगर कोई मुसलमान लड़का किसी गैर मुस्लिम लड़की से हिजाब का इस्तेमाल करने की बात कह रहा है तो ये गलत है. कोई मुसलमान मर्द किसी मुसलमान लड़की को जबर्दस्ती नहीं कह सकता. किसी गैर मुस्लिम को तो बिल्कुल भी नहीं. कोई मुसलमान लड़का अगर किसी गैर मुस्लिम लड़की से यह बात कहता है तो इस्लामिक कानून इसकी इजाजत नहीं देता है. इस्लाम का कानून किसी गैर मुस्लिम पर नहीं लगता है. यह सिर्फ मुसलमान औरतों के लिए है और उसको पर्दा कहते हैं. हिजाब नहीं कहते. बाकी गैर मुस्लिम पर दबाव नहीं डाल सकते, धमकी नहीं दे सकते.
मामले में शुरू हुई सियासत, बीजेपी नेता बोलीं…
वहीं मामले पर अब सियासत भी शुरू हो गई है. बीजेपी की पूर्व मेयर शकुंतला भारती ने कहा कि एएमयू की एक छात्रा के लिए इस तरीके के शब्दों का इस्तेमाल किया गया है, जिसकी जितनी निंदा की जाए, कम है. उसको शर्म नहीं आती, कह रहा है कि पीतल से बना हुआ हिजाब उसको पहनाया जाएगा. वह भी हमारी बेटी है, लेकिन इसको कहने से पहले सोचना चाहिए. इन लोगों की सोच बदल गई है. इन लोगों की नीयत बदल गई है. यह चाहते क्या हैं? पीतल का बना हुआ हिजाब ये अपने घर में किसी को पहनाएं.
उन्होंने आगे कहा कि वह तो पीतल का ही पहनाएगा और हम किस चीज का पहनाएंगे, वह दिमाग में रख लें. अच्छी तरह दिमाग में रख लें. यह शिक्षा का मंदिर है. यह राजनीतिक अड्डा नहीं है. लड़कियों के साथ इस तरह की हरकतें की जाएंगी, इस तरह का बर्ताव किया जाएगा? असभ्य भाषा का प्रयोग करते हैं. ऐसे लोगों को जेल के सलाखों के अंदर होना चाहिए. मैं कह रही हूं मुकदमा दर्ज होने से कुछ नहीं होगा बल्कि इनकी गिरफ्तारी भी की जाए.
एएमयू प्रशासन ने बनाई जांच कमेटी
AMU के प्रॉक्टर मो. वसीम अली ने इस मामले पर कहा कि एक लड़की का हमारे पास मेल आया है. एक स्टूडेंट नक्षत्रा सिंह जो बाहर की स्टूडेंट है, उसने अपने मेल पर लिखा है. एक लड़का है रहबर दानिश, उसके बारे में उसने लिखा है कि 9 जुलाई को इसने हमारे खिलाफ कुछ असभ्य लफ्ज़ इस्तेमाल किए हैं जो सही नहीं है. उसने सोशल मीडिया पर कमेंट भी किया है कि हमको पीतल का हिजाब पहनाएंगे.
इस टाइप की बातें की गई हैं. एक कंप्लेंट उसने भेजी है. हमने लड़की के बारे में डिटेल से पता करवाया कि वह बीआर्क की स्टूडेंट है. नरोरा की रहने वाली है. साथ में शाम को हमको लड़के का भी मेल आया है. उसने अपने पक्ष में कुछ कागज भेजे हैं. दोनों हमने ले लिया है और एक कमेटी बना दी है, जो मामले की जांच कर रही है. इंक्वायरी करने के बाद में जो रिपोर्ट आती है उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी. पूरे मामले पर पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल समानिया ने भी बताया कि AMU एएमयू की एक स्टूडेंट ने लिखित में सिविल लाइन थाने में कंप्लेंट दी है. इसके आधार पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और विवेचना की जा रही है.
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