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Baramulla Encounter: सोमवार की सुबह आतंकियों ने सीआरपीएफ (CRPF) के दो और जम्मू कश्मीर पुलिस के एक जवान पर जानलेवा हमला किया. इस हमले में जहां एक जवान की मौके पर ही मौत हो गई वहीं दो ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा

नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के बारामुला इलाके में सोमवार की सुबह हुए आतंकी हमले में बिहार के दो जवान शहीद हो गए. सुबह कुछ आतंकियों ने एक नाका पर सीआरपीएफ के जवानों को निशाना बनाते हुए हमला कर दिया जिसमें सीआरपीएफ के दो जवान शहीद हो गए. इस हमले में जम्मू कश्मीर के एसपीओ मुजफ्फर अहमद सहित कुल तीन लोग शहीद हो गए हैं. शहीद हुए सीआरपीएफ के दोनोंं जवान बिहार के रहने वाले थे.

मौके पर ही हो गई थी खुर्शीद की मौत

41 साल के शहीद खुर्शीद खान सिपाही/ड्राइवर पर थे तैनात जो मूल रूप से बिहार के रोहतास जिला के रहने वाले थे जबकि शहीद लवकुश सुदर्शन शर्मा जिनकी उम्र महज 27 साल थी बिहार के जहानाबाद जिला के थे रहने वाले. सीआरपीएफ मुख्यालय के अधिकारियों ने इस मामले में बताया कि सुबह सीआरपीएफ के 119 वीं बटालियन के दो जवानों के उपर आतंकियों ने हमला किया था जिसके बाद मौके पर ही 41 साल के खुर्शीद खान शहीद हो गई जबकि बेहद गंभीर हालत में इलाज के दौरान लवकुश सुदर्शन ने अस्पताल में दम तोड़ दिया.

27 साल की उम्र में शहीद हो गए सुदर्शनसीआरपीएफ मुख्यालय में कार्यरत एक अधिकारी के मुताबिक शहीद जवान लवकुश सुदर्शन मात्र 27 साल के थे और उनकी हाल में ही शादी हुई थी. जहानाबाद में उनके परिवार को जैसे ही इस दुखद खबर की जानकारी दी गई कोई भी इस बात को मानने से इंकार ही नहीं कर रहा था क्योंकि घर परिवार में भी सभी ये जानते थे की लवकुश बहुत ही होनहार और मजबूत इरादों वाला जवान है, जिसके लिए उनके परिवार के सारे लोग काफी गर्व करते थे.

कैसे हुआ था आतंकियों का हमला

सोमवार की सुबह जिस वक्त उतरी कश्मीर के क्रेरी इलाके में आतंकियों ने इस हमले को अंजाम दिया. ये इलाका बारामुला जिला में स्थित है. सीआरपीएफ के मुताबिक जम्मू कश्मीर पुलिस के जवानों और सीआरपीएफ के जवानों के इस संयुक्त नाके पर उन आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया. जब तक सीआरपीएफ के जवान कुछ संभल पाते तब तक वो आतंकी हमला करने के बाद फरार हो चुके थे. उन फरार आतंकियों के पकड़ने के लिए उस पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.

इलाके में जारी है सर्च ऑपरेशन

इस सर्च ऑपरेशन में सीआरपीएफ की टीम के साथ साथ जम्मू-कश्मीर की स्थानीय पुलिस की टीम भी जुटी हुई है लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिल सकी है क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि वो आतंकी पास में स्थित एक गांव में किसी के घर में छिप गए हैं .



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