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पॉक्सो एक्ट के तहत आरोपी कैदी भागेश कुमार पुलिस और होम गार्ड का एक जवान ऊधम सिंह नगर के काशीपुर से पेशी के बाद लौट रहे थे. इसी दौरान कैदी ज्योलीकोट के पास गाड़ी से कूदकर फरार हो गया. आज एक हफ्ते बाद उसका शव जंगल बरामद हुआ.
रिपोर्ट के मुताबिक ज्योलीकोट में जिस जगह से 7 जुलाई को कैदी भागा था उस जगह से तकरीबन चार किलोमीटर अंदर ज्योली गांव के जंगल में भागेश कुमार का शव मिला है. ज्योलीकोट चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर दलीप कुमार के मुताबिक शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम (Postmortem) के लिए भिजवा दिया गया है. मामले की जांच व आगे की कार्रवाई की जा रही है.
ऐसे फरार हुआ था कैदी
पॉक्सो एक्ट के तहत आरोपी कैदी भागेश कुमार को पुलिस और होम गार्ड का एक जवान ऊधम सिंह नगर के काशीपुर से पेशी कर लौट रहे थे. इसी दौरान कैदी ज्योलीकोट के पास गाड़ी से कूदकर फरार हो गया. कैदी के हाथ में रस्सी के सहारे एक हथकड़ी लगी हुई थी. बताया जा रहा है कि भागेश ने इसी की सहारे खुद को फांसी लगा ली. भागेश कुमार नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपी था. जो मूलतः उत्तर-प्रदेश के मुरादाबाद-ठाकुरद्वारा मुरादाबाद का निवासी था. इस शख्स ने काशीपुर में घटना को अंजाम दिया था. लेकिन विचाराधीन कैदियों को नैनीताल और हल्द्वानी जेलों में रखा जाता है. लिहाजा पुलिस और होमगार्ड का जवान इसे काशीपुर में पेशी कर वापस नैनीताल जेल ले जा रहे थे. इसी दौरान ये वाहन से कूद कर फरार हो गया था.ये भी पढ़ें- सचिन पायलट से कांग्रेस की सार्वजनिक मंच से वापसी की अपील, कहा- आप परिवार का हिस्सा…
पुलिस की तलाश पर उठे सवाल
7 जुलाई को भागेश ज्योलीकोट-दोगांव के पास जिस जगह से भागा था उसका शव उस जगह से तकरीबन चार किलोमीटर की दूरी पर जंगल में आज सोमवार को मिला. जबकि पुलिस उसकी तलाश में जंगल में कांबिंग का दावा कर रही थी. ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि पुलिस एक हफ्ते में उसे ढूंढ क्यों नहीं पाई.
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