
”हम इस पर जीत हासिल करेंगे”: भूमि विवाद पर ममता बनर्जी ने अमर्त्य सेन से कहा
December 25, 2020
उन्होंने लिखा, “विश्वभारती के कुछ नए-नए घुसपैठियों ने आपकी पैतृक संपत्तियों को लेकर हैरत भरे और निराधार आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं. मुझे इससे गहरा दुख पहुंचा है. इस देश में बहुसंख्यकवादियों के हठ के ख़िलाफ इस लड़ाई में मैं आपके साथ हूं. ये लड़ाई, जिसने आपको असत्य की इन ताकतों का दुश्मन बना दिया हैं “
पत्र में लिखा है, “हम सभी शांति निकेतन के साथ आपके परिवार के गहरे और जैविक संबंधों से अवगत हैं. आपके नाना श्रद्धेय विद्वान क्षितिजमोहन सेन शांतिनिकेतन में शुरुआती अग्रणी लोगों में से एक थे, जबकि आपके पिता आशुतोष सेन, जो कि एक प्रसिद्ध शिक्षाविद् और लोक प्रशासक थे, आठ दशक पहले शांति निकेतन में निर्मित उनका प्रसिद्ध घर प्रातीची था. आपका परिवार शांति निकेतन की संस्कृति और ताना-बाना में बुना गया है.”
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ममता बनर्जी ने अमर्त्य सेन से आग्रह किया: “असहिष्णुता और अधिनायकवाद के खिलाफ युद्ध में मुझे अपनी बहन और दोस्त के रूप में गिनें. आइए हम इन झूठे आरोपों और अनुचित हमलों से भयभीत न हों, हम इस पर जीत हासिल करेंगे.” पत्र को अमर्त्य सेन के शांतिनिकेतन के पते पर भेजा गया था.
आपको बता दें कि बंगाल के कई प्रतीक चार महीने दूर राज्य के विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान में खींचे गए, जिसके लिए भाजपा ने दो बार की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आक्रामक चुनौती दी है.
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ममता बनर्जी अमर्त्य सेन का बचाव किया, जिसमें कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया है कि विश्व भारती विश्वविद्यालय में अवैध तरीके से जमीन पर कब्जा करने वालों की लिस्ट में उनका नाम है. गुरुवार को ममता ने कहा था कि ‘हम सभी अमर्त्य सेन को सैल्यूट करते हैं, बस क्योंकि वो बीजेपी की विचारधारा से सहानुभूति नहीं रखते हैं, इसलिए उनके खिलाफ ये आरोप लगाए जा रहे हैं.’
बता दें कि गुरुवार को कुछ मीडिया रिपोर्ट्स सामने आई थीं, जिनमें बताया गया है कि ऐतिहासिक और प्रतिष्ठित विश्व भारती विश्वविद्यालय ने राज्य सरकार को एक चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया कि अच्छी-खासी मात्रा में उसकी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा जमाया गया था. उसने ऐसे लोगों की एक लिस्ट भी दी है, जिसमें अमर्त्य सेन का भी नाम है.