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लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान भी अमेठी सांसद स्मृति इरानी (Smriti Irani) अपने क्षेत्र के लोगों से ई-चौपाल के माध्यम से लगातार संवाद कर रही हैं. इसी कड़ी में सोमवार को भेटुआ ब्लॉक के सराय मोहन गांव में ई-चौपाल लगी थी. इस दौरान गांव की ही एक अनाथ युवती ज्योति ने भी उनसे अपनी समस्या साझा करने के लिए पहुंची थी.
गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान भी अमेठी सांसद स्मृति इरानी अपने क्षेत्र के लोगों से ई-चौपाल के माध्यम से लगातार संवाद कर रही हैं. इसी कड़ी में सोमवार को भेटुआ ब्लॉक के सराय मोहन गांव में ई-चौपाल लगी थी. इस दौरान गांव की ही एक अनाथ युवती ज्योति ने भी उनसे अपनी समस्या साझा करने के लिए पहुंची थी.
दादी के साथ रहती है ज्योति
ई-चौपाल में अपनी सांसद स्मृति इरानी से ज्योति ने बताया कि जब वो तीन महीने की थी तभी उसके पिता जितेंद्र प्रताप सिंह की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. उसे उसके दादा – दादी और बुआ ने पाला. 2015 में ही उसके दादा की भी मौत हो गई. इसके बाद से ही वो गांव में अपनी दादी के साथ रह रही थी. जब उसे स्मृति इरानी की ई चौपाल के बारे में पता चला तो वो वहां पहुंची थी. स्मृति इरानी ने उसी समय ही मदद का आश्वासन दिया था. अगले ही दिन यानी कि मंगलवार को ही ज्योति को सांसद की ओर से एक सिलाई मशीन मिल गई.नई सिलाई मशीन घर पहुंचा देखकर ज्योति और उनकी दादी की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े. दोनों ने ही सांसद स्मृति इरानी को मदद के लिए धन्यवाद दिया. ज्योति ने फोन पर सांसद प्रतिनिधि विजय गुप्ता से फोन पर बात की. ज्योति ने विजय गुप्ता के मध्य में से अपनी सांसद को धन्यवाद कहा.
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