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अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा शिक्षा) डॉ रजनीश दुबे ने शासनादेश का हवाला देते हुए 28 दिनों में 84 डॉक्टरों द्वारा खाये गए 50 लाख रुपए के खाने के बिल का भुगतान करने से इनकार कर दिया.
50 रुपए डाइट के हिसाब से भुगतान कर सकते हैं
अपर मुख्य सचिव डॉ रजनीश दुबे ने शासनादेश का हवाला देते हुए 28 दिनों में 84 डॉक्टरों द्वारा खाये गए 50 लाख रुपए के खाने के बिल का भुगतान करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि वह 50 रुपए डाइट के हिसाब से भुगतान कर सकते हैं.
भुगतान को लेकर जेएनएमसी, स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन में ठनीबता दें कि शहर में कोरोना का प्रकोप शुरू होने पर जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में लखनऊ एवं अन्य स्थानों से डॉक्टरों की टीम बुलाई गई थी. डॉक्टरों को महानगर के होटलों में क्वारंटाइन किया गया था. पहले बैच के 42 डॉक्टरों को 20 मार्च को होटल पाम ट्री एवं विकास होटल में 14 दिन के लिये आइसोलेट किया गया था. इसके बाद अगले बैच के 42 डॉक्टरों को होटल गैलेक्सी एवं होटल अली इन में ठहराया गया था. 28 दिन की अवधि में डॉक्टरों के खानपान से लेकर ठहरने तक का बिल 50 लाख रुपये सामने आया है. इसके हिसाब से हर एक डॉक्टर द्वारा प्रतिदिन करीब 2126 रुपये का खर्चा किया गया. अब इस बिल के भुगतान को लेकर जेएनएमसी, स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन में ठनी हुई है.
(रिपोर्ट: रंजीत कुमार सिंह)
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