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पूरा मामला बिहार के कटिहार (Katihar) जिले का है. बताया जा रहा है कि कटिहार जिले के मटियाही कुरैठा गांव (Matiyahi Kuraitha Village) निवासी पुष्पराज गोस्वामी और लहासा की रहने वाली शरीफुन निशा दोनों गाय एवं बकरियां चराने के लिए जंगली इलाके में जाया करते थे.
दरअसल पूरा मामला बिहार के कटिहार (Katihar) जिले का है. बताया जा रहा है कि कटिहार जिले के मटियाही कुरैठा गांव (Matiyahi Kuraitha Village) निवासी पुष्पराज गोस्वामी और लहासा की रहने वाली शरीफुन निशा दोनों गाय एवं बकरियां चराने के लिए जंगली इलाके में जाया करते थे. गाय एवं बकरियां चराने के दौरान ही दोनों की आंखें चार हुईं और धीरे-धीरे यह प्यार में बदल गया. तकरीबन four साल छुप- छुप कर मिलने के बाद लॉकडाउन के दौरान दोनों के परिजनों को इस बात की जानकारी हुई. अलग मजहब से होने के कारण दोनों के परिवार वालों ने भी इनके प्रेम का विरोध किया. फिर परिवार के विरोध को देखते हुए पुष्प राज गोस्वामी एवं शरीफुन निशा ने भाग कर शादी करने का निर्णय लिया. और वह किसी माध्यम से बेगूसराय पहुंच गई.
बालिग होने की वजह से प्रशासन ने भी दी प्रेम विवाह की इजाजत दे दी
बेगूसराय पहुंचने पर संदिग्ध अवस्था में देखे जाने की वजह से लोगों ने पुलिस को सूचना दी. बाद में नगर थाना पुलिस ने दोनों को अभिरक्षा में लेकर थाने ले आई. फिर पुलिसकर्मियों ने पुष्पराज गोस्वामी के स्थानीय संबंधी एवं रिश्ते के फूफा को इस बात की सूचना दी. लड़का- लड़की के बालिग होने की वजह से प्रशासन ने भी दी प्रेम विवाह की इजाजत दे दी. क्योंकि लड़का और लड़की दोनों बालिग थे. अतः जिला प्रशासन ने कानून की इजाजत से दोनों को शादी करने की इजाजत दे दी. अब शरीफुन निशा और पुष्प राज गोस्वामी एक दूसरे के होकर काफी खुश हैं. वहीं, स्थानीय लोगों एवं बेगूसराय के उप मेयर राजीव कुमार ने भी पुलिस के इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि समाज में व्याप्त मजहबी कुरीतियों को मिटाने के लिए पुलिस की यह सार्थक पहल है.
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