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शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की छानबीन कर थाना केंट में मुकदमा दर्ज कर लिया है. सीओ सदर अनुज कुमार के अनुसार, उल्कापिंड (Meteorite) के नाम पर ठगी के इस मामले में पुलिस को 9 पेज की तहरीर मिली है.
उस व्यक्ति ने खिलाफ सिंह बिष्ट से कहा कि उल्कापिंड के साइंटिफिक परीक्षण में करीब 10 लाख रुपये लगेंगे, जिसको बेचकर करोड़पति बन जाएगा. इसी के लालच में आकर पीड़ित ने अलग- अलग तरीके से करीब डेढ़ करोड़ रुपये कम्पनी को दिए. लेकिन बाद में पता चला कि मामला फ्रॉडगिरी का है. उनके साथ चिटिंग हुई है. ऐसे में बिष्ट ने पुलिस में तहरीर दी है.
छानबीन कर थाना केंट में मूकदमा दर्ज किया है
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की छानबीन कर थाना केंट में मुकदमा दर्ज किया है. सीओ सदर अनुज कुमार के अनुसार, उल्कापिंड के नाम पर ठगी के इस मामले में पुलिस को 9 पेज की तहरीर मिली है, जिसमें लिखा गया है कि कैसे उल्कापिंड के नाम से ठगों ने उसको 5 हजार करोड़ रुपए का मालिक बनाने के सपने दिखाए. इसके चलते झांसे में आकर पीड़ित ने कई बार में डेढ़ करोड़ रुपये दिए. लेकिन उसे न तो उल्कापिंड मिला और न ही पैसा वापस आया. अब पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बताया कि आरोपी ने एंटीक पीस को उल्कापिंड बताकर ठगी की है. बता दें कि देहरादून में ठगी का ये पहला मामला नहीं है, लेकिन देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस इस मामले में कब तक आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज पाएगी.
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