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औरैया (Auraiya) की एसपी सुनीति ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर अमित दुबे द्वारा खुद के फर्जी तरीके से अपहरण किए जाने की बात सामने आई है.
दिबियापुर रोड से बरामद हुई थी कार
एसपी ने बताया कि 5 जुलाई को संदिग्ध हालत में दिबियापुर रोड से बरामद इको स्पोर्ट कार और उसमें खून से सने कपड़े मिलने के बाद परिजनों द्वारा अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई गई. जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने सारी डिटेल इकट्ठा करने के बाद जब सघन पूछताछ की तो हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद अमित खुद मथुरा में हाईवे पर हाथ-पैर बंधी हुई हालत में पुलिस को मिल गए.
पूछताछ में हुआ खुलासामामला और संदिग्ध होने के कारण अमित को औरैया लाने के बाद गहनता से जब पूछताछ की गई तो कई जिलों के लोगो से लाखों रुपए उधार लिए जाने के बाद अमित ने, रुपए न देने पड़े, इसके लिए खुद के अपहरण की साजिश रच डाली और पुलिस को 15 दिनों तक खूब छकाया.
अपना खून निकाला, फिर खुद को जलाया भी
पहले तो खुद अपने ही शरीर से खून निकाल कर गाड़ी में फैलाया और फिर गाड़ी छोड़कर आगरा होते हुए हरिद्वार चला गया. इतना ही नहीं अपहरणकर्ताओं द्वारा दी गई यातना को दिखाने के लिए खुद के शरीर को भी जला डाला. चोट के निशान भी दिए. लेकिन मेडिकल जांच में सब कुछ दूध का दूध और पानी का पानी हो गया.
कई जिलों में लोगों से 90 लाख के कर्ज में है डूबा
एसपी ने मीडिया को खुलासा करते हुए बताया कि अमित दुबे ने कानपुर देहात, औरैया, जालौन, मथुरा समेत अन्य जिलों के कई लोगों से 80 से 90 लाख रुपये कर्ज लिए थे और यह रुपए न देने पड़े इसके लिए खुद के अपहरण की साजिश रची. पुलिस कस्टडी में अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि लाखों रुपए का कर्जा होने के कारण उसने यह साजिश रची. किसी ने उसका अपहरण नहीं किया. बल्कि वह खुद अपनी मर्जी से गया था.
पुलिस ने भेजा जेल
फिलहाल 15 दिनों तक चले हाई वोल्टेज ड्रामा और खुद के अपहरण की साजिश के आरोप में मथुरा से बरामद किए गए प्रापर्टी डीलर अमित दुबे को एसपी सुनीति ने कर्जा देने वालों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया.
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