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एसएसपी दिनेश कुमार पी (SSP Dinesh Kumar P) ने चौबेपुर थाने पर तैनात सभी दरोगा, मुख्य आरक्षी व सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया है. सभी 68 पुलिसकर्मियों को पुलिसलाइन भेज दिया गया है. वहीं अब चौबेपुर थाने में 55 कांस्टेबल और हेडकांस्टेबल की नई तैनाती की गई है.
बता दें इस पूरे थाने की भूमिका कांड के दौरान संदिग्ध रही. मामले में एसओ, दो दरोगाओं सहित four पुलिसकर्मी निलंबित किए जा चुके हैं. उन पर विकास दुबे से सांठगांठ का शक है. यही नहीं सर्किल के कई और थानों के पुलिसकर्मियों की भूमिका संदेह के घेरे में है.
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सख्त कार्रवाई की जाएगी: एसएसपीएसएसपी दिनेश कुमार पी का कहना है कि मुखबिरी के शक में थाने के सभी पुलिसकर्मियों को हटाया गया है. अभी भी पुलिस की जांच जारी है. दोषी पाए गए पुलिसकर्मी पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. गौरतलब है कि चौबेपुर थाना अध्यक्ष विनय तिवारी को पहले ही सस्पेंड कर दिया गया था, जिसके बाद दो दरोगाओं और एक आरक्षी को सस्पेंड किया गया था.
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DIG STF अनंत देव तिवारी हटाए गए
उधर शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा का कथित पत्र वायरल होने के बाद डीआईजी (एसटीएफ) अनंत देव तिवारी को हटा दिया गया. अनंत देव तिवारी अब पीएसी मुरादाबाद सेक्टर के डीआईजी का कार्यभार संभालेंगे. दरअसल, शहीद सीओ ने 14 मार्च को तत्कालीन एसएसपी अनंत देव तिवारी को लिखे अपने पत्र में चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी और हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के बीच साठगांठ और गंभीर घटना की आशंका जताते हुए कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन तत्कालीन एसएसपी अनंत देव तिवारी ने इस पत्र पर कोई एक्शन नहीं लिया था.
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