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कांग्रेस महासचिव (Congress General Secretary) ने लिखा, ‘आज उसका नतीजा है कि यूपी में अपराधी बेलगाम हैं. उनको सत्ता का संरक्षण है, कानून व्यवस्था उनके सामने नतमस्तक है.’
कांग्रेस महासचिव ने आगे लिखा, ‘आज उसका नतीजा है कि यूपी में अपराधी बेलगाम हैं. उनको सत्ता का संरक्षण है, कानून व्यवस्था उनके सामने नतमस्तक है. कीमत हमारे कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी व जवान चुका रहे हैं.’ इससे पहले योगी सरकार (Yogi Government) के सहयोगी रह चुके पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) ने सीएम योगी (CM Yogi Adityanath) से इस्तीफे की मांग की है. राजभर ने ट्वीट कर कहा है कि योगी जी को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए और इस मामले में केंद्र सरकार को सीबीआई जांच करानी चाहिए.
…आज उसका नतीजा है कि यूपी में अपराधी बेलगाम हैं। उनको सत्ता का संरक्षण है। कानून व्यवस्था उनके सामने नतमस्तक है।
कीमत हमारे कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी व जवान चुका रहे हैं।..2/2 — Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 7, 2020
लखनऊ पहुंचे आप सांसद संजय सिंह ने इस बात पर भी सवाल उठाया कि विकास दुबे पर 60 मुकदमे थे और वो ढाई साल से बाहर घूम रहा था, आखिर उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? इसकी हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच होनी चाहिए, जिससे खुलासा हो सके हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को किसका राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था?
शहीद की पत्नी का गुस्सा फूटा, कहा- मैं अपने हाथों से विकास दुबे को मारूंगी गोली
उधर, सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार चल रहे मुख्य आरोपी विकास दुबे (Vikas Dubey) पर अब इनाम की राशि बढ़ाकर ढाई लाख रुपये कर दी गई है. बता दें इस बड़े हत्याकांड को अंजाम देकर फरार चल रहे विकास दुबे की गिरफ्तारी पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. 40 थानों की फोर्स, एक हजार से अधिक दरोगा, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीम उसकी चप्पे-चप्पे पर तलाश कर रही है. बावजूद उसके 72 घंटे से ज्यादा का वक्त गुजरने के बाद भी विकास दुबे और उसके गुर्गे पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं
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