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कानपुर कांड के आरोपी विकास दुबे (Vikas Dubey) की उज्जैन (Ujjain) से गिरफ्तारी पर मध्य प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री बाला बच्चन (Bala Bachchan) और पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी (Jitu Patwari) ने सवाल उठाए हैं. दोनों ने इस घटनाक्रम को संदिग्ध करार दिया है.
बाला बच्चन ने कही ये बात
मध्य प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा, ‘उज्जैन से विकास दुबे की गिरफ्तारी को हम शक की निगाह से देखते हैं. मैंने जो तस्वीरें देखी हैं, उनमें साफ नजर आ रहा है कि पकड़े जाने के वक्त इस दुर्दांत अपराधी के चेहरे पर खौफ का निशान तक नहीं था.’ साथ ही कहा कि गिरफ्तारी के बाद दुबे मध्य प्रदेश पुलिस की उपस्थिति में सोफे पर आराम से बैठा दिखायी दे रहा है.गिरफ्तार करने के बाद उसे हथकड़ी भी नहीं पहनायी गयी थी.
मध्यप्र देश के मौजूदा गृह मंत्री को लेकर ये बोले बच्चनबच्चन ने कहा कि मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने हाल ही में बयान दिया था कि राज्य की सीमाओं पर कड़ी चौकसी है, लेकिन दुबे की हिम्मत देखिए कि वह मध्य प्रदेश में दाखिल होने के बाद उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के प्रांगण में घुस जाता है. पूर्व गृह मंत्री ने कहा कि मुझे जानकारी मिली है कि मिश्रा उत्तर प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा संगठन की ओर से उसी कानपुर क्षेत्र के प्रभारी थे जहां से दुबे ताल्लुक रखता है. यह बात भी कहीं न कहीं शंका तो पैदा करती ही है.
जीतू पटवारी ने सरकार पर साधा निशाना
मध्य प्रदेश के पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने भी विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर शिवराज सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि मॉर्निंग वॉक करके नहाने के बाद मंदिर में दर्शन करने के बाद बंदे ने आराम से गिरफ्तारी दे दी. कमलनाथ सरकार के राज में अपराधी गुजरात भाग जाते थे और मामा के राज में वीवीआइपी पास लेकर दर्शन करने बाद गिरफ्तारी दी है.संदेह बड़ा है!
बहरहाल, आपको बता दें कि बच्चन और जीतू पटवारी मध्य प्रदेश में कमलनाथ की अगुवाई वाली उस पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री थे जो केवल 15 महीने चल सकी थी. कांग्रेस के ही 22 बागी विधायकों के पाला बदलकर भाजपा में शामिल होने के बाद 20 मार्च को इस सरकार का पतन हो गया था. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च को सूबे की सत्ता में लौट आयी थी.
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