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COVID-19 लॉकडाउन की वजह से किर्गिस्तान (Kyrgyzstan) में फंसे बिहार के 250 छात्रों ने मदद के लिए न्यूज 18 के जरिए वीडियो संदेश भेजा है. वीडियो में छात्रों ने कहा है कि अभी चार्टर्ड प्लेन का किराया 45 हजार रुपए प्रति व्यक्ति है, इतना पैसा किसी छात्र के पास नहीं है.
घर लौटने के लिए नहीं है फ्लाइट का पैसा
छात्रों ने मदद के लिए न्यूज 18 को वीडियो भेज कर कहा है कि अभी बहुत कम चार्टर्ड प्लेन मिल रहे हैं, जिसमें प्रति व्यक्ति किराया 45 हजार रुपए लगता है. इतना पैसा किसी छात्र के पास नहीं है कि वो फ्लाइट का टिकट ले सके. छात्रों ने कहा कि विभिन्न प्रदेश की सरकारों ने विमान की व्यवस्था कराई है और 25 हजार रुपया किराया देकर ही छात्र जो कि विभिन्न राज्यों के रहने वाले हैं, अपने घरों तक पहुंच गए हैं.
20 जुलाई तक खाली करना है हॉस्टलरवि ने फोन पर बताया कि कोविड-19 के कारण जलालाबाद की स्थिति काफी बिगड़ रही है. सभी छात्र अपने घर वापस लौटना चाह रहे हैं, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं है. रवि ने कहा कि राजदूत को भी फोन लगाया गया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हो रहा है. इस कारण परेशानी बढ़ती जा रही है. 20 जुलाई को जबरन हॉस्टल खाली करवाया जाएगा. सभी छात्रों ने मीडिया के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि जल्द से जल्द देश वापसी की व्यवस्था की जाए, ताकि बिहार के सभी 250 मेडिकल छात्रों की जान बच सके.
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