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पूरे देश में दिल्ली, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में सेरो सर्वे (Sero Survey) पहले से हो रहे हैं. अब उत्तर प्रदेश भी इसकी शुरूआत करने जा रहा है.
रैंडम खून के नमूने लेकर एंटीबॉडी की जांच
जानकारी के मुताबिक 5 अगस्त से इसकी शुरुआत की संभावना है. इस सर्वे मे लोगों के रैंडम खून के नमूने लेकर एंटीबॉडी की जांच होगी और पता किया जायेगा कि कैसे नमूनों मे प्रतिरोधक क्षमता कैसी है? इसके लिए यूपी का स्वास्थ्य विभाग एक लाख किट खरीद रहा है. जिससे ये परीक्षण जगह-जगह किया जाएगा. शुरूआती सर्वे में आगरा, मेरठ सहित ऐसे जिलों का शामिल किया जा रहा है, जहां संक्रमण अब कम हो रहा है. वहां पर प्रतिरोधक क्षमता के बारे मे ज्यादा सटीक आंकड़े आने की गुंजाइश है.
दिल्ली, महाराष्ट्र में पहले से ही लागूदरअसल सरकार का मानना है कि संक्रमण को आगे बढ़ने से रोकने या जोखिम के स्तर के बारे में वास्तविक डेटा का पता लगाने का एकमात्र तरीका लोगों में एंटी बॉडी की उपस्थिति का परीक्षण है. सेरो सर्वे एक विश्व स्तर पर इस्तेमाल किया जाने वाला विश्वसनीय तरीक़ा है, जो एक निश्चित संक्रमण के खिलाफ एंटीबॉडी के लेवल को मापता है. इस तकनीक का उपयोग इसलिए भी किया जाता है कि बड़े पैमाने पर टीकाकरण की जांच की जा सके और लोगों की प्रतिरोधक क्षमता का स्तर देखा जा सके. बता दें पूरे देश में दिल्ली, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में सीरो सर्वे पहले से हो रहे हैं. अब इसके लिये उत्तर प्रदेश शुरूआत करने जा रहा है.
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