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Vikas Dubey Encounter: गृह विभाग की तरफ से दोनों विभागों को पत्र भेजकर अनुरोध किया गया है. साथ ही जांच रिपोर्ट शासन को मुहैया करवाने को भी कहा गया है.
कानपुर पुलिस की जांच में अवैध संपत्तियों का हुआ है खुलासा
गृह विभाग के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया है कि एसएसपी कानपुर नगर की रिपोर्ट में मुकदमा अपराध संख्या–192/20 धारा-147/148/149/307/ 302/ 395/ 412/120बी आईपीसी और 7 सीएलए थाना चौबेपुर के तहत अभियुक्त जय बाजपेई के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इसमें उनके द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई सम्पत्ति के प्रकरण को प्रथम दृष्टया सत्य पाया गया है. कानपुर के एसएसपी की रिपोर्ट में दोनों एजेंसियों से जांच कराने का अनुरोध शासन से किया गया है. जिसके बाद आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय से मामले की जांच के लिए पत्र निर्गत किया गया है.
गृह विभाग द्वारा मुख्य आयकर आयुक्त लखनऊ और संयुक्त निदेशक प्रवर्तन निदेशालय लखनऊ को पत्र भेज दिया गया है. उनसे अभियुक्त जय बाजपेई की सम्पत्ति की विस्तृत जांच कराते हुए की गई कार्यवाई से प्रदेश सरकार को भी अवगत कराने का अनुरोध किया गया है.माती जेल में बंद है जय
बता दें 20 जुलाई को जय बाजपेई और प्रशांत शुक्ल को माती जेल भेजा गया है. दोनों पर विकास दुबे को कारतूस सप्लाई करने का आरोप लगा है. दोनों के खिलाफ षड्यंत्र रचने और आर्म्स एक्ट की धारा में एफआईआर दर्ज की गई है. जय बाजपेई विकास दुबे के फंड मैनेजर की तरह काम कर रहा था जिसके बदौलत कानपुर शहर से लेकर विदेश तक में उसने अरबों की बेनामी संपत्ति जुटा ली और आयकर विभाग को पता भी नहीं चला. जय बाजपेई की दुबई, थाईलैंड में 30 करोड़ रुपए की संपत्तियों है. इसके अलावा कानपुर शहर के अंदर ब्रह्मनगर में छह मकान, आर्यनगर के एक अपार्टमेंट में आठ फ्लैट और पनकी में एक ड्यूप्लैक्स कोठी है. इनकी अनुमानित कीमत 28 करोड़ रुपए बताई जा रही है. जय और विकास के बीच बैंक के जरिए लेनदेन के ठोस सबूत मिल चुके हैं.
(इनपुट: ऋषभमणि त्रिपाठी)
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