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डीएम अरशद अजीज ने बताया कि जिले में कई जगहों पर एयरफोर्स द्वारा एयर ड्रॉपिंग भी करायी गयी है और लोगों को प्रशासन द्वारा हर संभव राहत भेजने की कोशिश की जा रही है.
जल कैदी बन चुके हैं लोग
पानी की तेज धार के कारण गाड़ियों के बहने का डर है. आम से लेकर खास सबकी परेशानी बढ़ गई है. लोग किसी तरह अपने घर में जल कैदी बने हुए हैं ऐसे हालात में जिला प्रशासन को बाढ़ प्रभावित इलाको में राहत सामग्री पहुंचाने में भी दिक्कतें आ रही हैं. बरौली में एनडीआरएफ की eight बोट को लगाया गया है. एनडीआरएफ की टीम द्वारा अधिकारियों और राहत सामग्री को जरुरतमंदो के बीच पहुंचाया जा रहा है. लोग अपने घरों की छतों पर टकटकी लगाये हुए हैं.
लोगों को मदद का इंतजारउन्हें उम्मीद है कि अधिकारी और कर्मचारी उनके पास घरों तक राहत सामग्री लेकर आयेंगे. गोपालगंज के डीएम अरशद अजीज ने बताया कि उन्हें शिकायत की गयी थी कि बरौली का नवादा पंचायत सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित है. यहां किसी भी तरह की कोई राहत शिविर या कम्युनिटी किचेन का आयोजन नहीं किया गया है. यहां कई फीट सड़कों पर बह रहे पानी में चलने के बाद टीम एनडीआरएफ की बोट से नवादा पहुंची.
डीएम ने संभाली राहत की कमान
नवादा पंचायत का बभनौली और चन्दनटोला सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित गांव है. हालांकि नवादा गांव के चारो तरफ पानी बह रहा है लेकिन पंचायत भवन और वहा का पूरा गांव ऊंचे स्थान पर है इसलिए वहां लोगों के घरो में बाढ़ का पानी नहीं घुसा है. डीएम अरशद अजीज यहां नवादा पंचायत भवन पहुंचे. डीएम ने कहा की उन्होंने बरौली के तीन पंचायतों का दौरा किया और वहां चलाये जा रहे राहत शिविर को भी देखा. नवादा पूरी तरह जलमग्न नहीं है. जिले में कई जगहों पर एयरफोर्स द्वारा एयर ड्रॉपिंग भी करायी गयी है और लोगों को प्रशासन द्वारा हर संभव राहत भेजने की कोशिश की जा रही है.
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