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महंत नरेन्द्र गिरी (Mahant Narendra Giri) ने कहा है कि मीडिया में बने रहने के लिए ही उन्होंने ऐसा विवादित बयान दिया है, लेकिन उन्हें संतों को बांटने का कोई अधिकार नहीं है.
उनका कहना है कि भगवान राम ने हमेशा पिछड़ों और उपेक्षितों की मदद कर उनका उद्धार किया, लेकिन राम के नाम पर सत्ता में बैठे लोग दलित समुदाय के साथ भेदभाव कर रहे हैं. उनके इस बयान से न केवल साधु संतों के बीच कोहराम मचा हुआ है, बल्कि इसको लेकर सियासी घमासान भी तेज हो गया है. बसपा सुप्रीमो मायावती भी दलित महामंडलेश्वर स्वामी कन्हैया प्रभु नंदन गिरि के समर्थन में ट्वीव कर चुकी हैं. वहीं, अखाड़ा परिषद ने इस मामले के तूल दिए जाने को लेकर सख्त नाराजगी जतायी है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि स्वामी कन्हैया प्रभु नंदन गिरि जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर हैं और उन्हें साधु संतों को जातियों में बांटने की बात कतई नहीं करनी चाहिए, क्योंकि सन्यास परम्परा में आने के बाद साधु संतों की कोई जाति नहीं होती है. क्योंकि सन्यास लेने के बाद जाति समाप्त हो जाती है और नया नामकरण भी कर दिया जाता है.
मीडिया में बने रहने के लिए ही उन्होंने ऐसा विवादित बयान दिया है
महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि मीडिया में बने रहने के लिए ही उन्होंने ऐसा विवादित बयान दिया है, लेकिन उन्हें संतों को बांटने का कोई अधिकार नहीं है. महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि स्वामी कन्हैया प्रभु नंदन गिरि को राम मंदिर निर्माण को लेकर विवाद नहीं खड़ा करना चाहिए. उन्होंने कहा है कि स्वामी कन्हैया प्रभु नंदन गिरि को अपना बयान वापस ले लेना चाहिए. महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि अगर वे अपना बयान वापस नहीं लेते हैं तो उन्हें महामंडलेश्वर का पद छोड़ देना चाहिए.अखाड़ा परिषद ने राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन पर उत्सव मनाने की अपील
अयोध्या में पांच अगस्त को श्री राम जन्म भूमि पर होने जा रहे शिलान्यास और भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर साधु संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने साधु संतों और देश वासियों से उत्सव मनाने की अपील की है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि पांच अगस्त का दिन ऐतिहासिक है और देश वासियों के लिए यह खुशहाली का भी दिन है, क्योंकि पांच सौ वर्षों के कठिन संघर्षों के बाद ये शुभ दिन आया है.और हम सभी लोग भाग्यशाली हैं जो इस दिन के गवाह बन रहे हैं.
अयोध्या में सीमित संख्या में ही लोग पहुंच सकते हैं
उन्होंने कहा है कि कोरोना की महामारी के चलते अयोध्या में सीमित संख्या में ही लोग पहुंच सकते हैं. लेकिन अपने मन से लोग इस दिन अयोध्या में रहे और अपने घरों में पूजन और भजन कीर्तन करें. महंत नरेन्द्र गिरी ने देश वासियों के साथ ही सभी मठ- मंदिरों के महंतों, पुजारियों और अखाड़ों के साधु संतों, मंडलेश्वरों, आचार्य महामंडलेश्वरों से अपील की है कि वे अपने भक्तों को निर्देश दें, कि चार और पांच अगस्त को लेकर मठ मंदिरों के साथ ही लोग अपने घरों में राम चरित मानस का पाठ करें और दीप जलाकर भव्य राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास का उत्सव मनायें. जिस तरह से त्रेता युग में लंका पर विजय प्राप्त कर भगवान श्री राम के अयोध्या लौटने पर दीपावली मनायी गई थी. महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि अब वो समय आ गया है कि जबकि भव्य राम मंदिर का जल्द निर्माण कार्य पूरा होगा और राम लला टेंट से निकलकर भव्य मंदिर में विराजमान होंगे.
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