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गन्ना विभाग ने गन्ने की फसल को टिड्डी दल (Locust) के हमले से बचाने के लिए 437 टीमों का गठन किया है. वहीं विभाग ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर करीब 1300 हेक्टेयर क्षेत्रफल में दवा का छिड़काव कराया है.
दरअसल खरीफ की फसलों पर टिड्डी के हमले की आशंका कम नहीं हुई है. यूपी में अभी तक करीब 36 जिलों में टिड्डियों ने रात में डेरा डाला, यहां संभावना जताई जा रही है कि इन्होंने प्रजनन भी किया. इसी को ध्यान में रखते हुए इन जिलों में टिड्डियों के अंडों की तलाश कर उन्हें नष्ट करने का अभियान चलाया जाएगा.
1777 ट्रैक्टर स्पेयर्स खरीदने का आदेश
कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने पिछले दिनों टिड्डी निरोधक अभियान की समीक्षा की. इस दौरान अफसरों ने बताया कि प्रदेश में टिड्डियों को नष्ट करने के लिए ट्रैक्टर स्प्रेयर्स की कमी है. इसके बाद कृषि मंत्री ने फौरन 1777 अतिरिक्त स्प्रेयर्स खरीदने पर सहमति प्रदान की. साथ ही उन्होंने अब हुए नुकसान के आंकलन के निर्देश भी दिए हैं. प्रदेश मुख्यालय व जिलों में स्थापित कंट्रोल रूम को सक्रिय रखने की हिदायत भी दी.बैठक में बताया गया कि प्रदेश के 57 जिलों से टिड्डियों के दल गुजरे और 36 में रात्रि प्रवास किया. रात्रि प्रवास वाले जिलों में रक्षा रसायनों का स्प्रे कराया जा रहा है. अपर मुख्य सचिव डॉ.देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि कुछ टिड्डी दल नेपाल व बिहार की सीमा में प्रवेश कर गए हैं.
गन्ना विभाग ने बनाई 437 टीमें
इस अभियान में कृषि विभाग के 5400 ट्रैक्टर मांउटेड स्प्रेयर्स के अलावा गन्ना विभाग व चीनी मिलों के 29,744 छिड़काव यंत्र तथा अग्निशमन विभाग की 840 गाड़ियां भी प्रयोग में लाई गईं. वहीं दूसरी तरफ गन्ना विभाग ने गन्ने की फसल को टिड्डी दल के हमले से बचाने के लिए 437 टीमों का गठन किया है. वहीं विभाग ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर करीब 1300 हेक्टेयर क्षेत्रफल में दवा का छिड़काव कराया है. विभाग का मानना है कि टिड्डियां बहुत बड़ी तादाद में हमला कर काफी कम समय में फसलों को बर्बाद कर देती हैं, लिहाजा पूरी तैयारी से ही इनसे निपटा जा सकता है.
गन्ना बहुल क्षेत्रों में स्प्रे
टिड्डियों के रूट को ध्यान में रखते हुए गन्ना बहुल क्षेत्रों में स्प्रे टैंकर्स आदि की व्यवस्था की गई है. लखनऊ क्षेत्र की बात करें तो यहां फर्रुखाबाद से लेकर हरदोई और सीतापुर में टिड्डियों ने प्रवास किया. इन क्षेत्रों में जगह चिन्हित कर हजारों टिड्डियों को स्प्रे टैंकर के माध्यम से मारा गया है. इसी तरह अयोध्या, वाराणसी, देवीपाटन मंडल में स्प्रे कराया जा रहा है.
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