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बिहार महिला आयोग (Bihar Women’s Commission) ने अस्पताल प्रबंधन से सीसीटीवी (cctv) फुटेज उपलब्ध करवाने को कहा है. आयोग ने कहा है कि अगर सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है तो इसका कारण जल्द से जल्द बताएं.
सुरक्षा पर सवाल उठाया महिला आयोग ने
वहीं मामले की गभीरता को देखते हुए बिहार महिला आयोग (Bihar Women’s Commission) ने अस्पताल की सुरक्षा पर कई सारे सवाल खड़े किए हैं. महिला आयोग ने अस्पताल प्रबंधन (hospital administration) को नोटिस भेज 1 हफ्ते के अंदर जवाब मांगा है. महिला आयोग ने कहा कि नियमानुसार किसी भी महिला वार्ड में महिला कर्मी की उपस्थिति अनिवार्य है, ऐसे में सुरक्षा को देखते हुए क्या महिला वार्ड में महिलाकर्मी की नियुक्ति है या नहीं?
CCTV की फुटे मांगीबिहार महिला आयोग ने घटना की वास्तविकता जानने के लिए वार्ड के अंदर और बाहर का cctv फुटेज उपलब्ध करवाने को कहा है. आयोग ने कहा है कि अगर क्लोज्ड सर्किट टेलीविजन (CCTV) कैमरा नहीं लगा है तो इसका कारण जल्द से जल्द बताएं. महिला वार्ड में सुरक्षा की दृष्टि से वार्ड के अंदर या बाहर सीसीटीवी चालू अवस्था मे होना अनिवार्य है. महिला आयोग ने अस्पताल प्रबंधन से संबंधित वार्ड में उस समय किस डॉक्टर या नर्स की ड्यूटी लगी थी – इसकी जानकारी भी उपलब्ध करवाने को कहा है.
ये है मामला
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार eight जुलाई को चाइल्ड हेल्पलाइन को बाढ़ रेलवे स्टेशन पर भटकती हुई किशोरी मिली थी. वहां से लाने के बाद बच्ची को कोरोना जांच के लिए पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था. जहां eight जुलाई की रात को बच्ची को गार्ड महेश प्रसाद फुसला कर बाथरूम की तरफ ले गया और रेप की वारदात को अंजाम दिया. इसके किशोरी ने हिम्मत जुटा कर 14 जुलाई को चाइल्ड हेल्पलाइन में कॉल कर सारी जानकारी दी. तब महिला थाना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी गार्ड को गिरफ्तार कर लिया और पीड़िता का 164 के तहत बयान दर्ज किया.
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