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प्रतापगढ़ (Rohit Singh) में भाजपा नेता वरुण प्रताप सिंह पर सिपाही कुशल को एक तमाचा जड़ देने का आरोप लगा है. काफी देर तक कोतवाली में अफरा-तफरी का माहौल व्याप्त रहा. बाद में उच्चाधिकारियों की दखल के बाद सिपाही और नेता में सुलह करा दी गई और मामला रफा-दफा कर दिया गया.
दरसअल भाजयुमो के काशी प्रान्त क्षेत्र के महामंत्री वरुण प्रताप सिंह डिप्टी सीएम के ऊपर भाजपा मीडिया प्रभारी राघवेंद्र शुक्ल द्वारा किए गए फेसबुक कमेंट से आहत थे. शुक्रवार दोपहर के बाद वह कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराने पहुंच गए. इस दौरान देखते ही देखते भाजपा नेता की सिपाही कुशल से कहासुनी हो गई. इसके बाद सिपाही ने पिटाई के आरोप लगाए.
कोतवाली में पिटाई की सूचना पर पहुंचे एएसपी और सीओ सिटी
सिपाही के पिटने की सूचना मिलते ही एएसपी पूर्वी सुरेंद्र और सीओ अभय मौके पर पहुंचे. कोतवाली के रूम में घंटो नेता और अफसरों में बातचीत हुई. इसके बाद पीड़ित सिपाही और भाजपा नेता में सुलह-समझौता करा दिया गया.भाजपा नेता को three घंटे कोतवाली में बिठाया
बवाल होने के बाद नगर कोतवाली पुलिस ने तीन घंटे तक भाजपा नेता को कोतवाली में बैठाए रखा. इस दौरान भाजपा नेता का मोबाइल फ़ोन भी जब्त कर लिया गया. पुलिस को यह आशंका थी कि भाजपा नेता फ़ोन से ही कई नेताओं को बुलाकर कोतवाली में हंगामा करा सकते हैं. हालांकि इस दौरान पुलिस अफसरों के पास भी कई नेताओं और उच्च अफसरों के फ़ोन घनघनाते रहे.
क्या रही पूरी विवाद की जड़?
दरसअल भाजपा मीडिया प्रभारी राघवेंद्र ने एक सप्ताह पूर्व फेसबुक पर डिप्टी सीएम पर अभद्र कमेंट कर दिया, जिसके बाद से ही भाजपा प्रतापगढ़ के नेताओं में उबाल है. मीडिया प्रभारी को कई भाजपा नेता पार्टी से बाहर करने की मांग कर रहे है. डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा पर अभद्र कंमेंट करने पर ही भाजपा नेता वरुण सिंह भाजपा मीडिया प्रभारी के विरुद्ध केस दर्ज कराने पहुचे थे. इस दौरान तहरीर की रिसीविंग को लेकर बवाल हो गया.
मेरे ऊपर लगे आरोप निराधार, सीसीटीवी फुटेज देख ली जाए: वरुण सिंह
वहीं पूरे मामले में भाजपा नेता वरुण ने सिपाही को थप्पड़ मारने के आरोपों को खारिज किया है. उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नही हुआ. सीसीटीवी फुटेज की जांच कर ली जाए.
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