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चित्रकूट (Chitrakoot): जांच टीम ने ग्राम प्रधान सहित four लोगों के खिलाफ रैपुरा थाने में मुकदमा पंजीकृत करा दिया है. लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. न ही भ्रष्टाचारियों की गिरफ्तारी ही की गई है.
महिला ग्राम प्रधान, प्रधान पति ने अफसरों की मिलीभगत से किया भ्रष्टाचार
पहाड़ी ब्लाक के देहरूच गांव में ऐसा ही मामला सामने आया है. आरोप है कि यहां महिला ग्राम प्रधान रामकली ने प्रधान पति के माध्यम से गांव में मनरेगा के तहत तालाब खुदाई में जेसीबी मशीन का इस्तेमाल कराया. वहीं जॉब कार्ड में अपने ही मजदूरों का पैसा भरकर दो लाख 24 हजार रुपए निकाल लिया है. जिससे गरीब प्रवासीय मजदूरों को दो जून की रोटी के इंतजाम के लिए भटकना पड़ रहा है.
ग्राम सचिव, जेई की मिलीभगत उजागरआरोप है कि ये भ्रष्टाचार कोई यह पहला मामला नहीं है. ऐसे ही ग्राम पंचायत में कई तालाबों की खुदाई जेसीबी मशीन से करवाई गई है. जिसमें लाखों रुपए का घोटाला किया गया है. खुद गांव के ग्राम सचिव, जेई सहित तमाम अधिकारियों की मिलीभगत रही है.
जांच बैठी, दोषी पाए जाने पर ग्राम प्रधान सहित four पर एफआईआर
अब ग्रामीणों की शिकायत के बाद मुख्य विकास अधिकारी ने एक जांच टीम गठित कर दी है, जिसमे जांच के बाद ग्राम प्रधान पर आरोप सही पाए गए हैं. जांच टीम ने ग्राम प्रधान सहित four लोगों के खिलाफ रैपुरा थाने में मुकदमा पंजीकृत करा दिया है. लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. न ही भ्रष्टाचारियों की गिरफ्तारी ही की गई है.
अब ग्रामीणों पर पुलिस बना रही दबाव
आरोप है कि रैपुरा थाने की पुलिस भी ग्रामीणों का बयान बदलने के लिए दबाव बना रही है. वहीं प्रशासन ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है.
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