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माता सीता की जन्मस्थली कहे जाने वाले शहर सीतामढ़ी के पुनौराधाम के लोगों में नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) के बयान पर भारी गुस्सा है.
पुनौराधाम के लोगों में गुस्सा
माता सीता की जन्मस्थली कहे जाने वाले शहर सीतामढ़ी के पुनौराधाम के लोगों में भी नेपाल के पीएम के बयान पर भारी गुस्सा है. पुनौराधाम के महंथ कौशल किशोर दास ने कहा है कि रामजन्मभूमि को लेकर लंबे अरसे से विवाद चला रहा था, जिस विवाद का निपटारा देश की न्यायिक संस्था के द्वारा किया गया. लेकिन अब नेपाल के प्रधानमंत्री अपने बेतुके बयान के जरिये भारत मे अस्थिरता पैदा करना चाह रहे हैं, इसे लोग कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे.
आंदोलन करेंगे सीतामढ़ी के लोगवहीं, सामाजिक कार्यकर्ता रीतेश रमण सिंह ने कहा है कि नेपाल सरकार लगातार अपनी बेतुकी हरकतों से भारत को आघात पहुंचाने की कोशिश कर रही है. भारतीय महिलाओं को 6 साल बाद नागरिकता देने का मामला हो या फिर भारतीय न्यूज चैनलों पर नेपाल में प्रतिबंध लगाना, सभी हरकतें गैर वाजिब हैं. अब धार्मिक भावनाओं पर नेपाल के प्रधानमंत्री के इस बयान से देश के करोड़ों जनमानस को भारी ठेस पहुंची है.
बीजपी ने की नेपाल के पीएम की आलोचना
भाजपा नेता मनोज कुमार शक्ति ने कहा है कि नेपाल के प्रधानमंत्री जो चीन के इशारे पर इन दिनों भारत के खिलाफ बेतुका बयान दे रहे हैं, इससे एक बड़ी साजिश की बू आ रही है. कल तक बेटी-रोटी का संबंध निभाने वाले भारत और नेपाल के रिश्तों को आखिर क्या वजह है कि नेपाल सरकार तार-तार करने पर अमादा है, यह समझ से परे है. अब नेपाल पर अंतरराष्ट्रीय दबाब बनाकर उसको सबक सिखाने की जरूरत है.
सीतामढ़ी में हुआ था माता सीता का जन्म
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सीतामढ़ी जिले में मां जानकी की जन्मस्थली है. यहां तकरीबन आधा दर्जन ऐसे पौराणिक स्थल हैं जो रामायणकाल से जुड़े हुए हैं. धार्मिक ग्रंथों में भी इसकी चर्चा है. जानकी स्थान, पंथपाकड़, हलेश्वर स्थान समेत कई पौराणिक स्थल हैं, जिनका पौराणिक महत्व है. नेपाल का जनकपुर राजा जनक की नगरी है जहां भगवान राम और माता सीता का स्वयंवर हुआ था. माता सीता के इस रिश्ते के कारण भी भारत और नेपाल का संबंध वर्षो से प्रगाढ़ रहा है.
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