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स्थानीय विधायक गुलाब यादव (MLA Gulab Yadav) का कहना है कि नल जल योजना का मतलब ही लूट खसोट योजना है.
दरअसल झंझारपुर अनुमंडल के दीप पश्चिमी पंचायत के वार्ड नंबर 10 में नल जल योजना के तहत कुल 195 घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए सभी घरों तक पाइप बिछाने के साथ ही जल मीनार का निर्माण कराया गया था. स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक जल मीनार के ऊपर 10 -10 हजार लीटर की क्षमता वाला 2 टैंक रखा गया था, लेकिन पहली बार ही टैंक में पानी भरने के दौरान जल मीनार क्षतिग्रस्त हो गया और मीनार की छत समेत पानी के दोनों टैंक भरभरा कर नीचे गिर गये. गनीमत ये रही कि जिस वक्त ये घटना हुई उस समय जल मीनार के आसपास कोई मौजूद नहीं था नहीं तो कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था.
दीप पश्चिमी पंचायत की मुखिया देवी कुमारी चौधरी के पति शशिकांत चौधरी का कहना है कि – ” वार्ड नंबर 10 में वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति की निगरानी में 18 लाख 28 हजार की लागत से नल जल योजना का काम हुआ था”. इधर उद्घाटन के पहले ही जल मीनार के जमींदोज हो जाने के बाद से स्थानीय ग्रामीणों में खासी नाराजगी देखी जा रही है. लोगों का कहना है कि निर्माण कार्य में बरती जा रही धांधली का नतीजा है कि लाखों की लागत से बना जल मीनार एक दिन भी नहीं टिक पाया.
महत्वाकांक्षी योजना में लगा भ्रष्टाचार का दीमक !बहरहाल निर्माण के तुरंत बाद जल मीनार के धराशायी होने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे प्रभारी बीडीओ सह अंचल अधिकारी रोहित कुमार ने कहा है कि ” दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी साथ ही वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति को पूर्व की राशि से ही पुनः नए सिरे से जल मिनार का निर्माण कराना होगा”. वहीं स्थानीय विधायक गुलाब यादव का कहना है कि ” नल जल योजना का मतलब ही लूट खसोट योजना है, सिर्फ दीप पश्चिमी पंचायत ही नहीं बल्कि पूरे झंझारपुर अनुमंडल में इस योजना के तहत बड़े पैमाने पर सरकारी रकम की बंदरबांट की जा रही है, और सरकार सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनी हुई है”.
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