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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने कहा कि पर्यावरण की विचित्र स्थिति के कारण एक तरफ बाढ़ तो दूसरी तरफ कोरोना के संकट से निपटने के लिए हर तरह से तैयार होकर चलना पड़ेगा.
इस समीक्षा बैठक में सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित जिला दरभंगा, पूर्वी चम्पारण, गोपालगंज, सारण एवं समस्तीपुर के जिलाधिकारियों ने नदियों के जलस्तर की स्थिति, बाढ़ राहत शिविर, सामुदायिक किचेन, नावों की उपलब्धता, मेडिकल सुविधाएं, शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था, पशुचारे की उपलब्धता, पशु कैंप की व्यवस्था, फसल क्षति का आकलन आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी. जल संसाधन विभाग के सचिव श्री संजीव हंस ने नदियों के जलस्तर की स्थिति तथा तटबंधों की सुरक्षा के संबंध में जानकारी दी.
मुख्यमंत्री ने शिविरों का किया डिजिटल सर्वेक्षण
मुख्यमत्री ने बाढ़ राहत शिविरों एवं सामुदायिक किचेन का डिजिटली अवलोकन किया. उन्होंने दरभंगा जिले के केवटी प्रखंड के असरा पंचायत के खुर्शीद आलम, शकीला खातून, मुन्नी बेगम, हुशना बेगम, मदन कुमार मंडल तथा गोपालगंज जिले के रजोखर पंचायत में कलावती देवी, पूर्वी चम्पारण के अरेराज प्रखंड के पिपरा पंचायत के कन्हैया कुमार तथा सारण जिले के तरैया प्रखंड के पचभिंडा पंचायत के मोहम्मद सज्जाद से बाढ़ राहत शिविरों एवं सामुदायिक किचेन में उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली. राहत शिविर में रह रहे लोगों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि खाने की उचित व्यवस्था के साथ-साथ अन्य सुविधाएँ भी मिल रही है, किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है. साथ ही 06 हजार रुपये की ग्रेच्युट्स रिलीफ की राशि मिलने से काफी राहत हुई है.ग्रेच्युटी रिलीफ की राशि जल्द देने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण की विचित्र स्थिति के कारण एक तरफ बाढ़ तो दूसरी तरफ कोरोना के संकट से निपटने के लिए हर तरह से तैयार होकर चलना पड़ेगा. उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित परिवारों का ठीक से आंकलन करा कर ग्रेच्युट्स रिलीफ की राशि जल्द से जल्द उनके खाते में अंतरित की जाय. उन्होंने कहा कि पहले से तय एसओपी के अनुसार, सभी प्रकार की राहत बाढ़ प्रभावित लोगों को उपलब्ध कराई जाय. मुख्यमंत्री ने कहा कि सामुदायिक किचेन में भोजन की उत्तम व्यवस्था बनाये रखें एवं राहत शिविरों में पेयजल, शौचालय की समुचित व्यवस्था की जाय. मास्क का निशुल्क वितरण एवं सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिये लोगों को प्रेरित किया जाय.
राहत शिविरों में हो कोरोना की जांच
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ राहत शिविरों में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है. राहत शिविरों में आने वाले लोगों का एंटीजन टेस्ट अवश्य कराएं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एंटीजन किट्स आपूर्ति की संख्या बढ़ाएं. लोगों की हिफाजत तथा उनकी सेवा के लिए हर क्षण तैयार रहें, उनसे फीडबैक लेते रहें. अगस्त एवं सितम्बर माह में भी संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद रहें.
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