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वही पुलिस (Police) जो लॉकडाउन (Lockdown) के पहले तीनों फेज में मानवीय चेहरा दिखाती थी अब लोगों को अशोभनीय या यूं कहें कि शुद्ध हिन्दी में गाली देती है. यही नहीं कई जगहों पर पुलिस लाठी से लोगों की पिटाई भी करती दिखी.
लॉकडाउन में पुलिस कर रही दुर्व्यवहार
कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के पहले तीनों फेज में जिस तरह से पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला उसका चारों तरफ गुणगान किया गया. यही नहीं सोशल मीडिया से लेकर मुख्य धारा की मीडिया में खाकी को जगह मिली और लोग भी सम्मानित किये. वहीं अब जनपद में कोरोना के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने 10 थाना क्षेत्रों में पूरी तरह से लॉकडाउन घोषित कर दिया है. इसमें सबसे बड़ी समस्या लोगों को तब होती है जब उन्हे यह नहीं मालूम होता कि कहां से लॉकडाउन वाला थाना क्षेत्र लगता है और वह वहां चले जाते हैं. ऐसे में वही पुलिस जो लॉकडाउन के पहले तीनों फेज में मानवीय चेहरा दिखाती थी अब लोगों को अशोभनीय या यूं कहें कि शुद्ध हिन्दी में गाली देती है. यही नहीं कई जगहों पर पुलिस लाठी से लोगों की पिटाई भी करती दिखी.
तीन वीडियो, ऑडियो वायरलइन सभी के वीडियो और ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं. पहला मामला शास्त्री नगर चौकी का है, जहां पर एक युवक को दारोगा सुरेश पाल गाली गलौज कर पिटाई कर रहा है, जबकि युवक मॉस्क लगाये थे, उसकी गलती यह थी कि उसे यह नहीं पता था कि उस जगह पर लॉकडाउन लगा हुआ है. दूसरा मामला सनिगवां चौकी इंचार्ज अजय कुमार का है जो गेहूं लेने जा रहे युवक को गाली दे रहे हैं. तीसरा मामला पनकी चौकी इंचार्ज धीरेन्द्र कुमार का है जो युवक को लॉकडाउन के बहाने गाली दे रहे हैं. इन सभी मामलों का एसएसपी दिनेश कुमार पी ने संज्ञान ले लिया है और कहा कि जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी. एसएसपी ने कहा कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन तो कराना है पर यह नहीं कि किसी के साथ अशोभनीय व्यवहार किया जाये.
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