[ad_1]
प्रमंडलीय आयुक्त ने की विशेष पहल
अधिक से अधिक लोग ब्लड प्लाजमा डोनेट कर सकें और कोराना संक्रमित मरीजों की जान बचाई जा सके, इसके लिए प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने यह विशेष पहल की है. उच्च स्तरीय बैठक में डीएम पटना कुमार रवि, डीएम रोहतास, नालंदा, कैमूर, बक्सर, भोजपुर, एम्स डायरेक्टर, उपाधीक्षक, नोडल ऑफिसर ब्लड बैंक नेहा सिंह, डॉक्टर वीणा, डॉक्टर संजीव मौजूद थे. सभी जिला पदाधिकारियों ने इस नेक काम में सहयोग का आश्वासन दिया और इसके लिए प्रत्येक करोना विजेताओं से व्यक्तिगत संपर्क के लिए कोषांग गठित करने की जानकारी दी.कल से शुरू होगा प्लाजमा डोनेशन ऑपरेशन
प्रमंडलीय आयुक्त ने बताया कि पटना प्रमंडल में शुक्रवार से प्लाजमा डोनेशन ऑपरेशन की शुरुआत की जाएगी. अगले पांच दिनों के लिए 20 ब्लड प्लाजमा डोनर उपलब्ध हो गए हैं. हर जिलों द्वारा रोस्टर के अनुसार प्लाजमा डोनर को पटना एम्स भेजा जाएगा. बैठक के दौरान बक्सर जिलाधिकारी एवं नांलदा जिलाधिकारी द्वारा 5 -5 डोनर उपलब्ध होने की बात कही गई.
हर जिले में प्लाजमा डोनर कोषांग का किया जाएगा गठन
प्रमंडलीय आयुक्त ने पटना प्रमंडल के सभी जिलाधिकारियों को अपने जिलों में स्पेशल प्लाजमा डोनर कोषांग का गठन करने का निर्देश दिया है. सभी जिलों का रोस्टर निर्धारित किया जाएगा, जिसके आधार पर जिला पदाधिकारी प्लाज्मा डोनर को ऐम्स पटना भेजेंगे तथा एम्स में उनके प्लाज्मा डोनेशन के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी.
18 लोगों को मिलेगा कोरोना योद्धा का सम्मान
राज्य में पहला प्लाजमा डोनेट करने वाले खाजपुरा, पटना के दीपक कुमार सहित 18 डोनर को जिला प्रशासन द्वारा कोरोना योद्धा का सम्मान दिया जाएगा. पटना के रहने वाले दीपक कुमार ने दो बार प्लाजमा डोनेट किया है. वहीं अब तक 18 लोगों ने प्लाजमा डोनेट कर कोराना संक्रमित मरीजों की जान बचाई है.
four हफ्ते में कर सकते हैं प्लाजमा डोनेट
एम्स के चिकित्सकों ने बताया वे सभी व्यक्ति जिन्होंने करोना पर विजय प्राप्त की है और four हफ्ते हो चुके हैं, वह अपना प्लाज्मा डोनेट कर सकते हैं. इससे किसी प्रकार की कमजोरी नहीं आती है एवं इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है. अब तक जिन 18 व्यक्तियों ने डोनेट किया है उनके कारण 18 व्यक्तियों की जिंदगी को बचाया जा सका है जिनकी स्थिति काफी क्रिटिकल थी.
एम्स में प्रतिदिन four लोगों के प्लाजमा संग्रहण की है व्यवस्था
पटना एम्स में प्रतिदिन अधिकतम four लोगों के प्लाज्मा संग्रहण की वर्तमान क्षमता है. प्रमंडलीय आयुक्त ने बताया कि डोनर की संख्या बढ़ने पर प्लाज्मा कलेक्शन की सुविधा भी बढ़ाई जाएगी. अधिक से अधिक लोग प्लाजमा डोनेट कर सकें इसके लिए जिलों में काउंसेलिंग की भी व्यवस्था की जा रही है. संबंधित लोगों को काउंसलिंग कर प्लाजमा डोनेशन के लिए प्रेरित किया जाएगा.
प्लाजमा डोनर को आने-जाने की व्यवस्था करेगा प्रशासन
प्लाजा डोनर को दूसरे जिला से पटना आने-जाने में किसी तरह की कोई परेशानियों का सामना नहीं करना पडे़ इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष वाहन की व्यवस्था कराई जाएगी. उन्हें घर से लाने और प्लाजा डोनेशन के बाद पुनः घर से पहुंचाने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जाएगी.
[ad_2]
Source