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अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट (Tweet) में लिखा, एक चीनी कंपनी द्वारा मलेशिया में उप्र के कई ज़िलों के श्रमिकों को प्रताड़ित किए जाने की खबर आई है. केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार सबको सुरक्षित वापस लाए.
मामला संज्ञान में आने के बाद अखिलेश यादव अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल में लिखा, एक चीनी कंपनी द्वारा मलेशिया में उप्र के कई ज़िलों के श्रमिकों को प्रताड़ित किए जाने की खबर आई है. केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार तत्काल वहां की सरकार व अपने दूतावास से संपर्क कर सबको सुरक्षित वापस लाए. हवाई जहाज से घर वापस आने पर ‘हवाई चप्पलवालों’ का भी अधिकार होना चाहिए. वहीं, घोसी लोकसभा के सांसद अतुल राय के जनप्रतिनिधि गोपल राय ने डीएम को पत्र सौंपने के बाद बताया कि फंसे हुए युवकों की वतन वापस लाने के लिए विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय से संपर्क किया जा रहा है. सांसद अतुल राय ने आश्वासन दिया गया है कि उनके टिकट आदि की व्यवस्था करा कर भारत लाने की व्यवस्था की जा रही है.
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एक चीनी कंपनी द्वारा मलेशिया में, उप्र के कई ज़िलों के श्रमिकों को प्रताड़ित किए जाने की ख़बर आई है. केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार तत्काल वहाँ की सरकार व अपने दूतावास से संपर्क कर सबको सुरक्षित वापस लाए.
हवाई जहाज़ से घर वापस आने पर ‘हवाई चप्पलवालों’ का भी अधिकार होना चाहिए. pic.twitter.com/mok82F0lrb
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 15, 2020
‘चाइनीज कंपनी में करते हैं काम’
बताते हैं कि मलेशिया में फंसे मऊ के युवक दुर्गेश कुमार, विरेन्द्र कुमार, सुनील सिहं, सुरेश, राधेश्याम, प्रेमचन्द्र शर्मा, दीपक कुमार एक चाइनीज कंपनी में काम करते हैं, लेकिन उन्हें कुछ महीने से वेतन नहीं दिया जा रहा है. मजदूरों का आरोप है कि उन्हें घर वापस भेजने के लिए भी कोई पहल नहीं किया जा रहा है. उनका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया है. इस समस्या को लेकर युवकों ने वीडियो भेजकर कई जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई है. वीडियो में युवकों ने बताया कि वे मलेशिया में फंसे हुए हैं. इंडियन एम्बेसी में शिकायत किया गया है, लेकिन कहीं पर भी सुनवाई नहीं हो रहा है. कंपनी के मैनेजर ने बोला है कि पीएम, सीएम सहित चाहे जहां शिकायत कर लो, कंपनी छोड़ने वाली नहीं है. वीडियो के माध्यम से ही युवकों ने बताया कि जिले के कई नेताओं से भी गुहार लगाया गया है.
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