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अयोध्या (Ayodhya) के साधु-संतो की तरफ़ से कहा जा रहा है कि मस्जिद निर्माण के लिए बनाए गए ट्रस्ट में सरकार की तरफ़ से भी लोगों की नियुक्ति की जाय ताकि सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड की फ़ंडिंग पर सरकार नज़र रख सके.
अयोध्या के साधु-संतो की तरफ़ से कहा जा रहा है कि मस्जिद निर्माण के लिए बनाए गए ट्रस्ट में सरकार की तरफ़ से भी लोगों की नियुक्ति की जाय ताकि सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड की फ़ंडिंग पर सरकार नज़र रख सके.
ओवैसी कर रहे सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना
अयोध्या में हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने सरकार से मांग की है कि मस्जिद के लिये बने ट्रस्ट में सरकार की तरफ से लोगों की नियुक्ति हो. वहीं राजू दास का आरोप कि एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी जैसे लोग सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर रहे हैं. ओवैसी ने कहा है कि अयोध्या मे राम मंदिर की जगह पर मस्जिद थी, जो कोर्ट के आदेश की अवहेलना है.राजू दास ने कहा कि कल बने ट्रस्ट में अगर सरकार के लोग शामिल नहीं हुए तो तो ये इस्लामिक देशों से चंदा इकट्ठा करके ग़लत कार्य करेंगे और आतंकवाद को बढ़ावा देंगे.
इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन है ट्रस्ट का नाम
आपको बता दे की अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार 5 एकड़ भूमि सुन्नी सेट्रल वक़्फ़ बोर्ड को सौंपने के बाद अब ट्रस्ट का गठन किया गया है. यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड संस्थापक इसके ट्रस्टी हैं. ट्रस्ट का नाम इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन रखा गया है, जिसमें अब तक 9 सदस्यों के नाम का हुआ एलान हो चुका है.
बोर्ड के मौजूदा चेयरमैन ट्रस्ट के अध्यक्ष के तौर पर मनोनीत हैं, वहीं ट्रस्ट के सचिव ही उसके आधिकारिक प्रवक्ता होंगे. संतो की तरफ़ से अब सुन्नी वक़्फ़ और ट्रस्ट में सरकार की तरफ़ अधिकारिक नियुक्ति करने की मांग की जा राही है.
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