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मामले में जामो थाने के एसओ (SO) सहित four पुलिसकर्मी (Policeman) निलंबित कर दिए गए हैं. उधर लखनऊ (Lucknow) में गंभीर हालत में दोनों मां-बेटी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (PSP) के नेता शिवपाल सिंह यादव ने आगे लिखते हैं कि लेखपाल, तहसीलदार व कहीं-कहीं एसडीएम के संरक्षण में जमीन पर कब्जे की शिकायतें पूरे प्रदेश से आ रही हैं. जब प्रशासन की भूमिका संदिग्ध हो तो न्याय कैसे संभव है. उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा लागू राजस्व संहिता का उद्देश्य ही यह था कि ग्रामीणों को भूमि विवाद में उनके घर पर ही त्वरित न्याय मिल सके.
2/2 यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भूमि विवाद में अमेठी प्रशासन से न्याय न मिलने पर मां-बेटी को लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह करने को मजबूर होना पड़ा। @UPGovt आत्मदाह की घटना को गम्भीरता से ले और पीड़ित पक्ष को न्याय प्रदान करे व दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करे।
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) July 18, 2020
घटना सामने आने के बाद अमेठी की एसपी को अफसरों ने फटकार लगाई है. इसके बाद डीएम और एसपी ने पीड़ित परिवार के गांव जाकर मामले की जानकारी की. मामले में जामो थाने के एसओ सहित four पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए हैं. उधर लखनऊ में गंभीर हालत में दोनों मां-बेटी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बता दें कि शुक्रवार शाम राजधानी लखनऊ में लोकभवन के सामने आज उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब अमेठी की रहने वाली एक मां-बेटी ने आत्मदाह का प्रयास किया. जिसमें मां साफिया 80 प्रतिशत से अधिक जल गई है जबकि बेटी गुड़िया लगभग 20 फीसदी जल गई है. मां-बेटी को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. दोनों अमेठी के जामो नगर की रहने वाली हैं.
नाली के विवाद में हुआ था झगड़ा
रिपोर्ट के मुताबिक मां-बेटी अमेठी के जामो थानाक्षेत्र के कस्बे की रहने वाली हैं. दरअसल 9 मई को गुड़िया का अपने पड़ोसी अर्जुन साहू से नाली का विवाद हुआ था और गुड़िया की तहरीर पर जामो थाने में अर्जुन साहू समेत four लोगों के खिलाफ धारा 323, 354 में मुकदमा दर्ज किया था. वहीं विपक्षी अर्जुन साहू की तहरीर पर गुड़िया पर भी धारा 323, 452, 308 में मुकदमा दर्जकर मामले की जांच हो रही थी.
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