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पूरा मामला झूठ-फरेब और धर्म छिपाकर शादी करने का है. लेकिन जब महिला को सच पता चला तो आरोपी ने उसके साथ उसकी बेटी का क़त्ल कर घर के आंगन में दफना दिया.
सोशल मीडिया से फंसाया जाल में
मेरठ के परतापुर थानाक्षेत्र के भूडभराल में शमशाद नाम के युवक ने गाज़ियाबाद की रहने वाली एक महिला को पहले सोशल मीडिया के माध्यम से प्रेम जाल में फंसाया. शादी की वादा करके उसे अपने साथ मेरठ लाया. दोनों साथ साथ रहने लगे और एक दिन जब उसका राज़ खुला तो उसने मां और बेटी को पूरी प्लानिंग के साथ मार डाला. हत्यारा कितना शातिर था इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मारने के बाद इस शख्स ने महिला और उसकी दस साल की बेटी को घर के अंदर आंगन में ही दफन कर दिया. बुधवार को पुलिस ने दोनों की लाश आरोपी के घर से बरामद की. दोनों की लाश अब कंकाल में तब्दील हो चुकी है लिहाज़ा अब डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा.
हिंदू युवा वाहिनी का पुलिस पर आरोपइस घटना की जानकारी मिलने पर हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे. हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि महिला की सहेली ने परतापुर चौकी पहुंचकर शमशाद नाम के इस युवक के काले चिट्ठे के बारे में बताया था कि कैसे उसने महिला को प्रेम जाल में फंसाया. अपने बारे में झूठ बोला था. अगर वक्त रहते पुलिस कार्रवाई करती तो शायद इतनी बड़ी वारदात न होती. भारतीय जनता पार्टी के नेता भी मौका-ए-वारदात पर पहुंचे और उन्होंने आरोप लगाया कि शमशाद नाम का युवक महिला पर जबरन धर्म बदलने का दबाव बना रहा था. महिला नहीं मानीं तो शमशाद नाम ने उसका कत्ल कर दिया और लाश को घर के अंदर ही दफन कर दिया. एसपी सिटी ख़ाकी पर उठ रहे सवालों की जांच की बात भी कर रहे हैं.
आरोपी बिहार का रहने वाला
शमशाद नाम का आरोपी युवक तकरीबन चार साल से इस महिला को अपने साथ रखे हुए था. चार साल तक महिला और उसकी बेटी को ये पता ही नहीं था कि उसका असली नाम शमशाद है. जब महिला को पता चला तो बताया जाता है कि बीती 28 मार्च को ही आरोपी ने दोनों को मार डाला और लाश घर के आंगन में ही दफन कर दी. पुलिस का दावा है कि इस मामले में एक टीम बिहार भी रवाना कर दी गई है. क्योंकि मुख्य आरोपी शमशाद बिहार का रहने वाला है. मेरठ पुलिस का दावा है कि बहुत जल्द मुख्य आरोपी शमशाद को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. लेकिन सवाल ये कि अगर वक्त रहते पुलिस चेत जाती और इस गंभीर मामले को हल्के में न लेती तो शायद मां-बेटी आज ज़िन्दा होते.
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